कवच सुरक्षा प्रणाली सिर्फ एक फीसदी रेलवे ट्रैक पर क्यों, गोडा हादसे पर कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछे सवाल
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पूछा कि लगातार रेल दुर्घटनाओं के बावज़ूद, भारत सरकार ने रेल सुरक्षा से निकालकर 1 लाख करोड़ रुपये बुलेट ट्रेनों पर क्यों खर्च किए।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना को लेकर कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने कवच सुरक्षा प्रणाली से लेकर अन्य सुरक्षा खामियों को लेकर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने पूछा है कि रेल यात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता में क्यों नहीं है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, 'गोंडा के पास डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की दुखद खबर मिली, जो पिछले एक महीने की दूसरी बड़ी रेल दुर्घटना है। इसमें 4 यात्रियों की मृत्यु कि खबर आ रही है। हम मृतकों की आत्मा की शांति की कामना करते हैं, परन्तु लगातार होती रेल दुर्घटनाओं के मद्देनजर सरकार से 7 महत्वपूर्ण प्रश्न भी पूछते हैं:
1- रेलवे की 'कवच' सुरक्षा प्रणाली अब तक केवल 1% रेलवे ट्रैक को ही क्यों कवर कर पाई है?
2- अगर हमारे पास सभी रेलवे ट्रैक पर कवच प्रणाली लगाने के साधन नहीं हैं, तो प्रधानमंत्री कवच प्रणाली को अपग्रेड करने के बजाय बुलेट ट्रेनों और 250 किमी/घंटा की उच्च गति वाली ट्रेनों कि संख्या बढ़ाने के पीछे क्यों पड़े हुए हैं?
3- लगातार रेल दुर्घटनाओं के बावज़ूद, भारत सरकार ने रेल सुरक्षा से निकालकर 1 लाख करोड़ रुपये बुलेट ट्रेनों पर क्यों खर्च किए?
4- वित्त वर्ष 2024 में ट्रैक नवीनीकरण के लिए आवंटन को बजट के 7.2% हिस्से तक क्यों सीमित कर दिया गया? क्या सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रखरखाव और नवीनीकरण को उच्च प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए?
5- दिसंबर 2022 में CAG की रिपोर्ट में बताया गया कि 2018 से 2021 तक 69% रेल डिरेलमेंट से जुड़ी थी। CAG ने निरीक्षण रिपोर्ट में गंभीर कमियों की पहचान की गई थी, उन कमियों पर पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
6- रेलवे में करीब 3 लाख पद खाली क्यों हैं? जिसमें 1.5 लाख से ज्यादा सुरक्षा संबंधी पद हैं। क्या इस सरकार के लिए यात्री सुरक्षा के कोई मायने नहीं है?
7- लगातार दुर्घटनाओं के बावज़ूद मोदी सरकार ने रेल बजट को आम बजट में क्यों मिला दिया?