आदिवासी लोककला, संस्कृति का महापर्व भगोरिया
भगोरिया उत्सव में विवाह योग्य युवक, युवतियां अपने लिए जीवन साथी चुनते हैं, महाशिवरात्रि से होली तक मध्य प्रदेश में भगोरिया उत्सव की धूम रहेगी
3. पान खिलाकर होती है शादी के लिए रजामंदी
भगोरिया मेले में अगर किसी आदिवासी युवक को कोई सुंदरी भा जाती है, तो वह उसे पान का बीड़ा देता है, अगर लड़की को भी लड़का पसंद है तो वह पान खा लेती है, याने वह शादी के लिए रजामंद है। पान खिलाने के बाद युवक अपनी पसंद की युवती को लेकर भगोरिया हाट से भाग जाता है। दोनों तब तक घर नहीं लौटते जब तक घर वाले शादी के लिए तैयार नहीं हो जाते। घर वालों की रजामंदी के बाद दोनों परंपरा के अनुसार शादी कर लेते हैं।