कांग्रेस का आरोप Manipur में लोकतंत्र की हत्या

कांग्रेस ने मणिपुर में बहुमत खो चुकी भाजपा से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग कर रही है

Publish: Jun 26, 2020, 06:28 AM IST

Photo courtesy : enwestime
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कांग्रेस ने कहा है कि मणिपुर में 9 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद बीजेपी सरकार अल्पमत में आ गई है। बीजेपी को फ्लोर टेस्ट करवाना चाहिए की लेकिन बीजेपी विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने से इनकार कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि मणिपुर में बहुमत खोने के बावजूद बीजेपी बहुमत परीक्षण करने से आनाकानी कर रही है। भाजपा अपने लोकतंत्र विरोधी फैसलों से हर रोज हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की धज्जियां उड़ा रही है। गौरतलब है कि भाजपा सरकार से 9 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद से ही कांग्रेस विधानसभा के पटल पर बहुमत परीक्षण कराने की मांग कर रही है। लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी का दावा है कि राज्य में उसकी सरकार सुरक्षित है।

जब सरकार अस्थिर नहीं, तो फ्लोर टेस्ट से इनकार कैसा?

कांग्रेस ने बीजेपी को मणिपुर में चल रहे सियासी घटनाक्रम के मद्देनजर आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस ने बीजेपी को घेरते हुए पूछा है कि जब मणिपुर में बीजेपी की सरकार स्थिर है तो वो फ्लोर टेस्ट कराने से इनकार क्यों कर रही है? कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पूछा है कि आखिर भाजपा फ्लोर टेस्ट से डरती क्यों है? मणिपुर में अपने बहुमत को खो चुकी भाजपा फ्लोर टेस्ट से इंकार कर रही है। हमारे देश के लोकतंत्र पर भाजपा एक काले धब्बे के रूप में प्रतीत हो रही है।

 

कांग्रेस ने मणिपुर विधानसभा स्पीकर युमनम खेमचंद सिंह पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान ऐसे विधायक जो कांग्रेस के लिए वोट करना चाहते थे, उन्हें स्पीकर ने वोट करने की अनुमति नहीं दी। कांग्रेस ने बीजेपी पर आगे आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी इकलौती ऐसी पार्टी है जो न्यायालय तक के आदेशों का पालन नहीं करती। इसके साथ ही भाजपा महज़ चुनाव जीतने के लिए संविधान तक को ताक पर रख देती है।

कांग्रेस ने मणिपुर में उभरे सियासी संकट और बीजेपी के बहुमत परीक्षण में आनाकानी करने पर बीजेपी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि भाजपा को लगता है कि यह बड़े गर्व का काम है, तो बीजेपी भ्रम में है। बीजेपी का यह रवैया केवल और केवल देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मज़ाक उड़ाने से कम नहीं है, जिसके लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रही है।

पिछले हफ्ते राज्य की बीजेपी सरकार में सहयोगी दल एनपीपी के चार विधायकों ने उपमुख्यमंत्री सहित अपना समर्थन वापिस ले लिया था। इसके साथ ही बीजेपी के 3 अन्य विधायक, एक टीएमसी और निर्दलीय विधायक सहित कुल नौ विधायकों के समर्थन वापिस ले लिया था। एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार को बचाने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत लगाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नेशनल पीपुल्स पार्टी के 4 विधायक बीजेपी सरकार को फिर समर्थन देंगे। सरकार के संकट मोचक साबित हुए हिमंता बिस्वा शर्मा इस्तीफा देने वाले नेशनल पीपुल्स पार्टी के 4 मंत्रियों को लेकर दिल्ली पहुंचे। इन सभी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है।