Ashok Gehlot : PM Modi को पत्र में लिखा सरकार गिरने की हो रही साज़िश

Rajasthan Political Crisis: लोकतंत्र की मर्यादाओं के खिलाफ हो रहा है काम, याद दिलाया मध्यप्रदेश में भी आपकी पार्टी की हुई बदनामी

Publish: Jul 23, 2020, 08:45 PM IST

जयपुर। राजस्थान में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बीजेपी के ऊपर उनकी सरकार गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। अशोक गहलोत ने कहा है कि बीजेपी के कुछ नेता उनकी सरकार गिराने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं यह लोकतंत्र की मर्यादाओं के खिलाफ है। 

अशोक गहलोत ने प्रधनामंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा है कि संविधान में मौजूद बहुदलीय व्यवस्था ही लोकतंत्र की खूबसूरती है। लेकिन आज संविधान के मर्यादाओं के विरूद्ध ही काम किया जा रहा है। गहलोत ने लिखा है कि 'हमारे संविधान बहुदलीय व्यवस्था के कारण राज्यों एवं केंद्र में अलग - अलग सरकारें चुनी जाती रही हैं। यह हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती ही है कि इन दलों ने व्यक्तिगत राजनीति से ऊपर उठकर लोकहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य किया।'

मध्य प्रदेश और कर्नाटक में भी संविधान की अवहेलना की गई

गहलोत ने प्रधानमंत्री को दल बदल कानून की याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सरकार द्वारा बनाए गए दल बदल कानून और अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा किए गए संशोधन की भावनाओं और जनहित को दरकिनार कर पिछले कुछ समय से चुनी हुई राज्य सरकारों को गिराने का प्रयास किया जा रहा है। जो कि जनमत का घोर अपमान और संवैधानिक मूल्यों की खुली अवहेलना है। गहलोत ने इस संबंध में मोदी को मध्य प्रदेश और कर्नाटक का उदाहरण दिया है। ज़ाहिर है गहलोत ने बीजेपी के हथकंडों की कटु आलोचना की है।

बीजेपी सरकार को अस्थिर किए जाने का किया था विरोध 

अशोक गहलोत ने प्रधनामंत्री को कहा कि ऐसे समय में जब कोरोना महामारी से रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, तो वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। गहलोत ने राज्य सरकार गिराने का आरोप बीजेपी नेता गजेन्द्र सिंह शेखावत और भंवर लाल शर्मा पर लगाया है। इसके साथ ही गहलोत ने सरकार गिराने के प्रयास के संदर्भ में राजस्थान के राजनीतिक अतीत की भी याद दिलाई है। गहलोत का कहना है कि जब भैरो सिंह शेखावत की सरकार उनके ही पार्टी ( बीजेपी) के यही भंवर लाल शर्मा गिराने का प्रयास कर रहे थे। तब उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और राज्यपाल बलराम भगत से मिलकर सरकार गिराने का विरोध किया था। ज्ञात हो कि हाल ही में भंवर लाल शर्मा और गजेन्द्र सिंह शेखावत का एक तथाकथित ऑडियो लीक हुआ है जिसमें दोनों ही नेता कथित तौर पर कांग्रेस के विधायकों की खरीद फरोख्त करने सुने गए हैं। राज्य में कांग्रेस की सरकार को अस्थिर किए जाने के प्रयासों को गहलोत ने आम जनता के साथ धोखा बताया है।

मध्यप्रदेश में भी आपकी पार्टी की बदनामी हुई थी

गहलोत ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि ऐसे समय में जब हमें मिलकर एकजुटता के साथ कोरोना से लड़ाई लड़ने और आमजन की आजीविका तथा जीवन बचाने की ओर ध्यान आकृष्ट करना चाहिए। तो मुझे यह देख कर वाकई हैरानी हो रही है कि केंद्र में सत्ता पक्ष कैसे कोरोना प्रबंधन की प्राथमिकता को छोड़कर कांग्रेस की राज्य सरकार गिराने के षड़यंत्र में मुख्य भागीदारी निभा सकता है। गहलोत ने कहा मोदी को कहा कि ' ऐसे ही आरोप कोरोना के चलते मध्यप्रदेश सरकार गिराने के वक़्त लगे थे एवं आपकी पार्टी की देशभर में बदनामी हुई थी।'

हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी 

गहलोत ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस बात के साफ साफ संकेत दिए हैं कि उनकी सरकार हर हाल में अपना कार्यकाल पूरा करने जा रही है। गहलोत ने पीएम को पत्र में लिखा है कि ' मुझे यह जानकारी नहीं है कि किस हद तक आपको इस कुत्सित प्रयास के संबंध में आपको जानकारी है या आपको गुमराह किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि इतिहास ऐसे कृत्य में भागीदार बनने वालों को कभी माफ नहीं करेगा।गहलोत ने कहा कि ' मुझे इस बात का पूरा विश्वास है कि अंतोगत्वा स्वास्थ्य लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों की जीत होगी।और हमारी सरकार सुशासन का परिचय देते हुए अपना कार्यकाल पूरा करेगी।'