शक्ति आराधना का महापर्व नवरात्र, नारायणी नमोस्तुते की मची धूम

नवरात्र के पहले दिन हो रही माता के शैलपुत्री स्वरुप की पूजा, देश प्रदेश के मंदिरों में पूजन के लिए भक्तों का लगा तांता

Updated: Oct 07, 2021, 06:46 AM IST

Photo Courtesy: social media
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माता दुर्गा की पूजा अर्चना के महापर्व नवरात्र के शुभारंभ के साथ ही भक्त उन्हें मनाने में लगे हैं। इस साल नवरात्रि पर मां दुर्गा पालकी पर सवार होकर आई हैं।मैहर की शारदा माता मंदिर में भक्तों की तांता लगा है। सुबह से ही बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की सिलसिला जारी है।

माता वैष्णों के दरबार को अकर्षक ढंग से सजाया गया है। माता का भव्य श्रृंगार किया गया है। 

 

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में विराजी मां विंध्यवासिनी के दरबार में भोर की मंगला आरती के बाद से ही  विंध्यवासिनी के जयकारे से मंदिर गुंजायमान हो उठा है। भक्त माता को मनाने के लिए नारियल, चुनरी, माला-फूल प्रसाद लेकर भक्ति में लीन दिखे।

 उज्जैन की माता हर सिद्धि 51 शक्तिपीठों में से एक है, यहां राजा विक्रमादित्य ने 11 बार अपने शीश चढ़ाए थे, मान्यता है कि यहां दीप जलाने से मनोकामना पूरी होती है।

 

 मान्यता है कि देवी सती के जहां-जहां पर अंग, आभूषण गिरे वह स्थान शक्तिपीठ बन गया। उज्जैन में माता की कोहनी गिरी थी, यहां का मंदिर हरसिद्धि माता के नाम विख्यात है।मंदिर के मुख्य गर्भगृह में माता हरसिद्धि के आस-पास महालक्ष्मी और महासरस्वती भी विराजित हैं.

देवास स्थित माता टेकरी पर मां तुलजा का दरबार है। यहां टेकरी पर बड़ी माता यानी तुलजा भवानी और छोटी माता मां चामुंडा का मंदिर है। जहां सुबह मां के बाल अवस्था, दोपहर में युवा और शाम को बुजुर्ग अवस्था के रुप के दर्शन होते हैं।