Sawan 2020: सोमवार से शुरू हो रहा सावन का महीना
इस बार श्रावण मास में पांच सोमवार, शिवालयों में होगी आराधना

सावन का महीना भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। हिन्दू मान्यता के अनुसार सावन महीने में शिवलिंग की पूजा करने से मनुष्य की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस साल सावन 29 दिन का है। इस महीने में कई तीज-त्योहार मनाए जाएंगे। जिसमें 'हरियाली तीज', 'रक्षाबन्धन', 'नागपंचमी' का खास महत्व है। सावन में पड़ने वाले सोमवार के व्रत का खास महत्व है। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और परिवार की सुख समृद्धि के लिए सावन सोमवार का व्रत रखती हैं। वहीं मान्यता है कि कुवांरी कन्या को सावन सोमवार का व्रत करने से मनपसंद जीवनसाथी मिलता है।
बेलपत्र से प्रसन्न होते हैं भोलेनाथ
मान्यता है सावन के महीने में शिवलिंग का अभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। उनकी विशेष कृपा मिलती है। जल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, गंगा जल और गन्ने के रस से महादेव का अभिषेक किया जाता है। भोलेनाथ को अक्षत, काले तिल, बेलपत्र, नीलकमल, कनेर, शमीपत्र, धतूरा चढाया जाता है। शिवलिंग के अभिषेक के बाद भगवान शिव की आरती करने का विधान है। मान्यता है कि सावन में बिल्वपत्रों पर चंदन से 'ऊं नम: शिवाय' लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। सावन के महीने मे रोजाना शिव जी के प्रिय नंदी बैल को हरा चारा खिलाने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
शिव पूजन में नहीं होता तुलसी का उपयोग
भगवान शिव की पूजा में तुलसी और केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। शिवलिंग पर केवल मलयागिर चंदन लगाने का विधान है, हल्दी और कुमकुम शिवजी को नहीं चढ़ाया जाता। भगवान भोले नाथ की जलाभिषेक करते समय कांसें और पीतल के बर्तनों का प्रयोग करना चाहिए।
सावन में बन रहे शुभ संयोग
साल 2020 का सावन महीना सोमवार से शुरू हो रहा है वहीं इस महीने की समाप्ति भी सोमवार के दिन होगी। इस सावन कुल पांच सोमवार पड़ रहे हैं जो बहुत ही शुभ माने जाते हैं।
- 6 जुलाई - सावन का पहला सोमवार
- 13 जुलाई - सावन का दूसरा सोमवार
- 30 जुलाई - सावन का तीसरा सोमवार, हरियाली अमावस्या, सोमवती अमावस्या भी मनाई जाएगी
- 27 जुलाई - सावन का चौथा सोमवार
- 3 अगस्त - सावन का पांचवा सोमवार इसी दिन राखी का त्योहार मनाया जाएगा।
सावन के महीने में 11 सर्वार्थ सिद्धि योग, 10 सिद्धि योग, 12 अमृत योग और 3 अमृत सिद्धि योग होंगे। सावन में विधि-विधान से शिव पूजन से मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है।