पुलिस अफसर पति-पत्नी बने डिप्टी कलेक्टर, बिलासपुर के कपल ने रचा इतिहास

CGPSC 2019 की मेरिट में पत्नी को सेकंड और पति को मिली थर्ड रैंक, इंजीनियरिंग के बाद से कर रहे थे PSC की तैयारी, पुलिस सेवा में रहते हुए पूरा किया डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना

Updated: Sep 18, 2021, 09:21 AM IST

Photo Courtesy: social media
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बिलासपुर। हाल ही में छत्तीसगढ़ राज्य सेवा का रिजल्ट जारी हुआ है। जिसमें बिलासपुर के एक परिवार के बहू और बेटा इस परीक्षा में सफल हुए हैं। मेरिट में बहूं सृष्टि चंद्राकर को दूसरा और बेटे सोनल डेविड को तीसरा स्थान मिला है। अब यह कपल छत्तीसगढ़ में डिप्टी कलेक्टर बनेंगे। वर्तमान नें सृष्टि चंद्राकर CSP हैं और उनकी पोस्टिंग बिलासपुर के चकरभाठा थाने में है, जबकि सोनल डेविड सहायक जेल अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।

यह संभवत: पहला मौका होगा जब पति-पत्नी दोनों एक साथ किसी परीक्षा में सफल रहे हैं और मेरिट में टॉप 5 में आए हैं। 2015 में सोनल डेविड सहायक जेल अधीक्षक बने थे। तब से लगातार में CGPSC की परीक्षा दे रहे थे पांच साल पहले 2017 में भी उन्हें सफलता मिली थी, तब उन्हें सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख का पद मिला था, लेकिन उनकी जिद डिप्टी कलेक्टर बनने की थी, इसलिए उन्होंने उस पोस्ट पर ज्वाइन नहीं किया और सहायक जेल अधीक्षक के पद पर ही काम करते रहे।

वर्तमान नें CSP सृष्टि चंद्राकर के तौर पर काम कर रही है वे 2016 में DSP बनीं थीं। सृष्टि के ससुर और सोनल डेविड के पिता छत्तीसगढ़ पुलिस में DSP के पद पर रह हैं। कुछ महीने पहले ही नौकरी से रिटायर हुए हैं। अब इस परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद परिवार में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अब परिवार में उनके बहू-बेटा दोनों डिप्टी कलेक्टर बने हैं।

सृष्टि और सोनल ने 2012 में इंजीनियरिंग पूरी की थी। सृष्टि और सोनल की दोस्ती इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान हुई थी। फिर दोस्ती प्यार में बदल गई और दोनों ने घर वालों को मना कर शादी कर ली। दोनों ने बीआईटी दुर्ग से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की। तब से ही प्रशासनिक सेवा की तैयारी में लगे हुए थे। उनका मानना है कि शुरुआती सफलता केवल जीवन का एक पड़ाव था मंजिल अब मिली है। अब पति-पत्नी दोनों डिप्टी कलेक्टर बनने जा रहे हैं।