India GDP: दुनिया में सबसे ज़्यादा गिरी भारत की जीडीपी

Indian Economy: दुनियाभर की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट, मगर भारत में गिरावट अमेरिका से ढाई गुना ज़्यादा

Updated: Sep 02, 2020, 02:24 AM IST

Photo Courtesy: bharinews
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नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत का ग्रोथ रेट सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे कम है। सोमवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने सोमवार शाम चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी के आंकड़े जब जारी किए, तब देश की अर्थव्यवस्था सच में बेपटरी हुई इस अनुमान पर औपचारिक तौर पर मुहर लग गई। भारत की पहली तिमाही के ग्रोथ रेट यानी जीडीपी में 23 फीसदी से भी ज़्यादा गिरावट दर्ज हुई, जिसका वास्तविक आंकड़ा 23.9 फीसदी बताया गया है। 

दुनिया भर में हुई गिरावट का उदाहरण देते हुए सरकार के पक्षकार जीडीपी में गिरावट के लिए कोरोना और लॉकडाउन को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि, ऐसा नहीं कि सिर्फ भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट घटी है। इस दौर में दुनियाभर की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की जीडीपी ग्रोथ रेट में भारी गिरावट दिखाई दी है। मगर डेटा देखें तो यह गिरावट भारत में सबसे ज़्यादा नजर आती है।

भारतीय सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट के मामले में भारत के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश स्पेन है। नीचे से यानी सबसे बड़ी गिरावट वाले देश से क्रमवार भपर चलें तो, स्पेन की जीडीपी में 22.7 फीसदी की गिरावट आई है। इंग्लैंड की जीडीपी में भी 22.1 फीसदी की गिरावट हुई है। इसके बाद फ्रांस 18.9 फीसदी की गिरावट के साथ चौथे स्थान पर है। इटली और जर्मनी की जीडीपी ग्रोथ रेट में क्रमशः 17.1 फीसदी तथा 11.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। 

जीडीपी गिरावट चार्ट साभार: बीबीसी 

अमरीका से लगभग ढाई गुना ज़्यादा गिरावट 

जीडीपी गिरावट के इस क्रम में अमेरिका की स्थिति भी अच्छी नहीं है। दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति अमेरिका की भी अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है। अप्रैल जून की तिमाही में अमेरिका की जीडीपी ग्रोथ रेट में 10.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन भारत में गिरावट के सारे रिकार्ड टूट गए। भारत में जीडीपी अमेरिका की तुलना में लगभग ढाई गुना ज़्यादा गिरी है। 

इन सबके बीच चौंकाने वाला आंकड़ा यह है कि इस दौरान चीन का ग्रोथ रेट पॉज़िटिव रहा है। अप्रैल जून की तिमाही में चीन एकमात्र ऐसा देश है जिसकी जीडीपी ग्रोथ पॉज़िटिव रही है। चीन की जीडीपी ग्रोथ रेट में 3.2 फीसदी की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। 

गौरतलब है कि अर्थव्यवस्था में गिरावट का कारण जिस कोरोना को माना जा रहा है उसकी शुरुआत भी चीन से ही हुई थी। लेकिन खुद चीन ने तीन महीनों के भीतर कोरोना को नियंत्रित कर लिया और चीन में अर्थव्यवस्था सामान्य हो गयी। चीन की ग्रोथ रेट पॉज़िटिव आने के बाद एक बार पुनः इस बात पर बहस छिड़ गई है कि कोरोना चीन द्वारा जनित और नियोजित एक ऐसा हथियार है, जिसे चीन ने अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। इस दावे के पीछे हकीकत जो भी हो, लेकिन कम से कम एक तरफ अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट और दूसरी तरफ चीन की बढ़ती अर्थव्यवस्था ने इस दावे और बहस को और हवा दी है।