महंगाई से राहत नहीं, सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.41 फीसदी तक पहुंची

लगातार नौवें महीने खुदरा महंगाई की दर छह प्रतिशत से ऊपर है। आरबीआई इसे सरकार की ओर से निर्धारित 2% से 6% के दायरे में रखने में विफल रहा है।

Updated: Oct 13, 2022, 03:50 AM IST

नई दिल्ली। आम आदमी को महंगाई के मोर्चे पर बुरी खबर है। सितंबर में महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई। भारत की खुदरा महंगाई दर सितंबर में 7.41% तक पहुंच गई, जो अगस्त में 7% और जुलाई में 6.71% रही थी। वहीं, पीछले साल सितंबर में यह 4.35 फीसदी पर थी। 

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में भी उछाल देखने को मिला है। सितंबर महीने में खाद्य महंगाई दर 8.60 फीसदी पर जा पहुंचा है जो अगस्त में 7.62 फीसदी था। वहीं, जुलाई में  6.75 फीसदी और जून में 7.75 फीसदी खाद्य महंगाई दर रही थी।

सब्जियों की कीमतों में भारी उछाल के चलते सितंबर महीने में साग-सब्जियों की महंगाई दर 18.05 फीसदी रही है जबकि अगस्त 2022 में 13.23 फीसदी रही थी। सितंबर महीने में महीने में शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में खाद्य महंगाई दर में उछाल आया है। 

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शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई दर 7.27 फीसदी रहा है जो अगस्त में 6.72 फीसदी था। जबकि ग्रामीण इलाकों में खुदरा महंगाई दर 7.56 फीसदी रहा है जो अगस्त में 7.15 फीसदी रहा था। शहरी इलाकों में खाद्य महंगाई दर 8.65 फीसदी रहा है जो अगस्त में 7.55 फीसदी रहा था। जबकि ग्रामीण इलाकों में महंगाई गर सितंबर महीने में 8.53 फीसदी रहा है जो अगस्त में 7.60 फीसदी रहा था।

अब जब खुदरा महंगाई दर फिर 7 फीसदी के ऊपर जा पहुंचा है जो आरबीआई के टोलरेंस लेवल 6 फीसदी कहीं ज्यादा है। ऐसे में अब रेपो रेट में फिर से बढ़ोतरी के संकेत हैं। दरअसल, महंगाई को काबू करने के लिए पहले ही आरबीआई 5 महीनों में 1.90 फीसदी रेपो रेट बढ़ा चुका है जिससे लोगों पर महंगी ईएमआई की मार पड़ी है। खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी के बाद ये डर समा गया है कि क्या आम लोगों को महंगी ईएमाई से राहत मिलेगी भी या नहीं।