अगस्त में थोक महंगाई दर 0.16 फीसदी बढ़ी, खाद्य पदार्थ महंगे
Indian Economy: आलू की कीमतों में 83 फीसदी वृद्धि, तेल और बिजली के दामों में आई कमी, अक्टूबर से मार्च की अवधि में महंगाई के मध्यम स्तर पर रहने की संभावना

नई दिल्ली। अगस्त महीने में थोक महंगाई दर में 0.16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इससे खाद्य एवं दूसरे विनिर्मित उत्पादों में खासा उछाल आया है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार थोक महंगाई दर सूचकांक पिछले चार महीनों से नकारात्मक था। अप्रैल में यह -1.57, मई में -3.37, जून में -1.81 और जुलाई में -0.58 रहा।
मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल अगस्त में थोक महंगाई सूचकांक 1.17 था। इस लिहाज से इस बार इसमें कमी आई है। अगस्त महीने में खाद्य पदार्थों में 3.84 फीसदी की मुद्रास्फीति दर्ज की गई। आलू के दामों में भारी भरकम 82.93 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, प्याज के दामों में 34.48 प्रतिशत की कमी आई। कुलमिलाकर सब्जियों के दामों में 7.03 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
तेल और ऊर्जा के क्षेत्र में मुद्रास्फीति 9.68 प्रतिशत घटी। पिछले महीने इसमें 9.84 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इसके उलट विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति बढ़कर 1.27 प्रतिशत हो गई।
Click: Corona Effect जुलाई में औद्योगिक उत्पादन10 फीसदी से अधिक घटा
पिछले महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी ब्याज दर को जस की तस रखते हुए कहा था कि इससे महंगाई के बढ़ने का खतरा है। बैंक ने अक्टूबर मार्च समयाविधि में महंगाई के मध्यम स्तर पर रहने की संभावना जताई है।