MP में खाद की किल्लत से जूझ रहे हैं किसान, कॉलेज छोड़ हफ्तेभर से लाइन में लगी हैं बेटियां

मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। आलम ये है की हफ्तेभर लाइन में लगे रहने के बावजूद दो बोरी खाद भी नहीं मिल पा रहा है।

Updated: Dec 10, 2023, 10:38 AM IST

छतरपुर। मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से अन्नदाता किसान परेशान है। पर्याप्त मात्रा में किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है तो उन्हें महंगे दामों पर अपनी जरूरतें पूरी करना पड़ रही है। प्रदेश में बड़े स्तर पर खाद की कालाबाजारी हो रही है। लेकिन सरकार न तो खाद दिलाने को लेकर गंभीर है न ही कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई हो रही है। छतरपुर में बेटियां कॉलेज छोड़कर हफ्तेभर से लाइन में लगी हैं, लेकिन उन्हें दो बोरी खाद नहीं मिल सका है।

गोरीबाई अहिरवार खाद के लिए पिछले 8 दिन से 20 किमी दूर गढ़ीमलहरा से छतरपुर आ रही हैं। बेटी संतोषी भी कॉलेज जाना छोड़कर सुबह से शाम तक मां के साथ लाइन में खड़ी हो रही है। संतोषी कहती हैं कि मैं बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा हूं। इस समय फसलों की खाद को बहुत जरूरत है, इसलिए पिछले 8 दिनों से कॉलेज जाना छोड़कर मां के साथ सुबह 8 बजे खाद लेने छतरपुर आ जाती हूं। शाम को खाली लौट रही हूं। शनिवार सुबह भी मां के साथ खाद लेने आई लेकिन साढ़े 11 बजे तक केंद्र पर ताला लटका रहा। दोपहर में व्यक्ति आया और उसने बताया कि खाद नहीं है, इसलिए आज सेंटर खुला ही नहीं है।

संतोषी का कहती हैं कि न पढ़ाई कर पा रही हूं, न खाद मिल पा रही है। अगर समय पर खाद नहीं मिली तो पूरी फसल खराब हो जाएगी। हमारे सामने गुजर-बसर की समस्या खड़ी हो जाएगी। मां गोरीबाई का कहना है कि घर का काम छोड़कर खाद के लिए लाइन में लगते हैं। एक व्यक्ति को 2 बोरी खाद मिलती है, इसलिए बेटी को साथ लेकर आती हूं ताकि हमें चार बोरी खाद मिल जाएगी। हालांकि, आठ दिन लाइन में खड़े रहने के बाद भी उन्हें खाद नहीं मिला।

ग्राम गठेवरा से खाद लेने 6वीं में पढ़ने वाली कविता यादव भी छतरपुर पहुंची हैं। वो कहती हैं कि पापा किसानी करते हैं। इस समय खेत में काम ज्यादा है। पापा खाद की लाइन में खड़े होंगे तो खेत का काम प्रभावित होगा। इसलिए मां के साथ पिछले 7-8 दिनों से खाद लेने यहां आ रही हूं। निवारी गांव की रहने वाली रानी कुशवाहा की कहानी भी ऐसी ही है। वह भी पिछले 10 दिन से पति के साथ खाद लेने यहां आ रही हैं।

यह कहानी सिर्फ छतरपुर की संतोषी, कविता या रानी का नहीं है। पूरे मध्य प्रदेश में किसान और उनके परिजन खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। किसानों की मजबूरी का फायदा कालाबाजारी करने वाले माफिया उठा रहे हैं। खाद की किल्लत और कालाबाजारी को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केदार सिरोही में कहा कि भाजपा सरकार किसानों को लेकर कभी गंभीर नहीं रही है। पहले इन्होंने बोरी पर पीएम का फोटो लगा दिया इस वजह से आचार संहिता में खाद वितरण पर रोक लग गई। अब चुनाव बाद भी खाद संकट बरकरार है। किसान ब्लैक में खाद खरीदने पर मजबूर हैं।