रायपुर में लॉकडाउन और मौसम की मार से आलू प्याज व्यापारियों को 30 लाख से ज्यादा का नुकसान

आंधी-तूफान और लॉकडाउन में कम ब्रिक्री की वजह से होलसेल व्यापारियों का 200 टन से ज्यादा आलू सड़ा, व्यापारियों को लाखों का माल बरबाद, ट्रांसपोर्ट सेवाएं बंद होने से माल ढुलाई पर भी पड़ा असर

Updated: Jun 01, 2021, 06:15 AM IST

Photo courtesy: Outlook India
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रायपुर। राजधानी की सब्जी मंडी में 200 टन से ज्यादा का आलू बरबाद होने का मामला सामने आया है। होलसेल मार्केट में कोरोना लॉकडाउन की वजह से इतनी मात्रा में इतनी बड़ी मात्रा में आलू सड़ गया। आलू के सड़ने से राजधानी के आलू-प्याज व्यापारियों को करीब 30 लाख रुपए के नुकसान की आशंका है।

आलुओं के सड़ने से सैकड़ों टन आलुओं को सड़कों पर फेंकना पड़ा। दरअसल लॉकडाउन की वजह से मंडियां और बाजार बंद थे। वहीं अन्य जिलों के लिए ट्रांसपोर्ट नहीं होने की वजह से माल ढुलाई नहीं हो सकी। जिसकी वजह से अन्य जिलों में माल सप्लाई नहीं की जा सकी। जिसकी वजह से गोदामों में रखा आलू सड़ गया, वहीं बड़ी मात्रा में आलुओं में कलियां निकल आने की वजह से बचे हुए आलू को सस्ते दामों में बेचना पड़ रहा है,

व्यापारियों को होलसेल में 10-12 रुपए किलो बेचना पड़ रहा है। वहीं राजधानी में प्याज के दाम करीब 15 रुपए किलो है। महाराष्ट्र से आने वाली प्याज के दाम 20 रुपए किलो है। प्याज के होलसेल व्यापारियों की मानें तो तूफान की वजह से सब्जियों की फसल पर असर हुआ है। रायपुर के होलसेल मार्केट में बंगाल और उत्तर प्रदेश से आ रही है।