MP में बारिश का कहर, 20 से अधिक जिलों में फसलें बर्बाद, सोयाबीन को सर्वाधिक नुकसान

नर्मदा और चंबल नदी में आई बाढ़ के कारण हजारों हेक्टेयर भूभाग में खड़ी फसलें डूब गई। किसानों का कहना है खेतों में जल भराव होने से अब फसलों को नया जीवन मिलना मुश्किल है।

Updated: Sep 18, 2023, 05:27 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश में पहले अल्पवृष्टि के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ था। अब अतिवृष्टि के कारण फसलें चौपट हो गई है। प्रदेशभर में पिछले 5-6 दिन से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कहर से किसानों के हाल बेहाल हैं। बाढ़, बारिश के कारण उड़द और सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई। सर्वाधिक नुकसान सोयाबीन की फसल को हुआ है।

बंगाल की खाड़ी से उठा स्ट्रॉन्ग सिस्टम इंदौर-उज्जैन और मालवा-निमाड़ संभाग में अब कमजोर हो गया है। रविवार और सोमवार को यह लो प्रेशर के रूप में एक्टिव रहा। हालांकि, शुक्रवार और शनिवार को बारिश किसानों के लिए आफत बनकर आई। बारिश के कारण प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान हुआ। मालवा-निमाड़ और इंदौर-उज्जैन क्षेत्र में खेतों में पानी भर गए हैं।

नर्मदा और चंबल नदी में आई बाढ़ के कारण हजारों हेक्टेयर भूभाग में खड़ी फसलें डूब गई। किसानों का कहना है खेतों में जल भराव होने से अब फसलों को नया जीवन मिलना मुश्किल है। मध्य प्रदेश में पहले सूखे की वजह से किसान परेशान था क्योंकि सोयाबीन की फसल मुरझा गई थी। कम दिनों में पकने वाली सोयाबीन को सूखे के समय सबसे अधिक नुकसान हुआ और अधिक दिनों में पकने वाली सोयाबीन बच गई थी। अब भीषण बारिश ने अधिक दिनों में पकने वाली सोयाबीन को भी बर्बाद कर दिया है। खेतों में पानी भरा हुआ है और किसान परेशान हैं।

कृषि एक्सपर्ट और किसान नेता केदार सिरोही बताते हैं कि सोयाबीन की फसल तीन वजह से चौपट हो गई। उन्होंने बताया कि अगस्त महीने में सूखे की स्थिति निर्मित हो गई, जिससे सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ। इसके बाद फसलों पाए इल्लियों का प्रकोप हुआ। मिलावटी कीटनाशकों के कारण किसान अपनी फसल को नहीं बचाए। जो रही कसर थी उसे अतिवृष्टि ने पूरा कर दिया। बारिश ज्यादा हुई तो जल्दी अंकुरण होने के कारण अब फसल सड़ने लगी। आज स्थिति ये है कि किसानों ने कर्ज लेकर बुआई की थी उनका सबकुछ बर्बाद हो गया। 

कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केदार सिरोही ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण इस साल एमपी में सोयाबीन का प्रोडक्शन काफी कम होगा। सिरोही ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मांग करते हुए कहा कि सरकार अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का तत्काल सर्वे कराए और किसान भाइयों को उचित मुआवजा दिया जाए।