टारगेट से 70 फीसदी कम हुई मुरैना में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी, केंद्रीय कृषि मंत्री के जिले में ही किसान परेशान

MSP पर एक लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी करने के लक्ष्य वाले मुरैना में दो महीने में हुई केवल 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदी, किसानों का आरोप अफसर नहीं कर रहे सहयोग, कई जगहों पर खराब गेहूं बताकर कर किसानों से नहीं की खरीदी

Updated: May 27, 2021, 06:42 AM IST

Photo courtesy: Agniban
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मुरैना। मध्य प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की तारीख 28 मई तक बढ़ा दी है। दरअसल 25 मई तक प्रदेश में खरीदी का टारगेट पूरा नहीं हो पाया था। इसमें सबसे फिसड्डी जिला मुरैना निकला। जहां 26 मई तक लक्ष्य का केवल 30 प्रतिशत गेहूं खरीदी हुई है। यह केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का गृह जिला है, जहां अब तक लेकिन केवल 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। यहां दो हजार से ज्यादा किसानों का गेंहू खराब बताकर नहीं खरीदा गया है।

मुरैना में एक लाख मीट्रिक टन खरीदी करने का टारगेट रखा गया था। इसके लिए 37,533 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिनमें से केवल 11,455 किसानों से खरीदी हुई है।यह खरीदी दो महीने में हुई है।

किसानों का आरोप है कि गेहूं खरीद केंद्र में उनसे सहयोग नहीं किया जा रहा। नियमों का हवाला देकर किसानों को मंडी से लौटा दिया जा रहा है। उनके गेहूं को खराब बताकर वापस भेजा जा रहा है, कहा जा रहा है कि अच्छी क्वालिटी का गेहूं खरीदने के निर्देश हैं। कई बार किसानों के देर से मैसेज मिल रहा है, जब गरीब किसान फसल बेचने पहुंचता है तो अधिकारी उसकी फसल खरीदने से इनकार कर देते हैं। अब जिले के कई किसान फसल मंडी की उलझनों से बचने के लिए बाजार में गेहूं बेच रहे हैं। उनका कहना है बाजार में भले ही कुछ रुपए कम मिल रहे हैं लेकिन समय पर तो मिल रहे हैं। किसानों ने खराब गेहूं  कह कर लौटाने कि शिकायत उपर तक की है।

दरअसल बाजार में मंडी से 200 रुपए सस्ता गेहूं खरीदा जा रहा है। वहीं मुरैना के पड़ोसी जिलों भिंड, श्योपुर, दतिया समेत रायसेन, विदिशा, बड़वानी, मंदसौर में टार्गेट से ज्यादा खरीदी हो चुकी है। मुरैना में कम खरीदी के बारे में आला अधिकारियों का कहना है कि 15-20 दिन पहले सोसाइटियों ने दो हजार किसानों से गेहूं नहीं खरीदा था। लेकिन अब उन्हें दोबारा मैसेज भेजकर खरीदी करवाने की बात कही जा रही है।