टॉयलेट सीट से 40 हज़ार गुना अधिक बैक्टेरिया युक्त होती है पानी की बोतल, रिसर्च में दावा

अमेरिका स्थित वाटरफिल्टर डॉट कॉम ने यह रिसर्च किया है, जिसमें उन्होंने रियूजेबल पानी की बोतलों के इस्तेमाल को घातक बताया है

Publish: Mar 14, 2023, 07:40 PM IST

Photo Courtesy: TV 9  Bharatvarsh
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नई दिल्ली। अमेरिका स्थित एक संस्थान ने अपनी रिसर्च में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। संस्थान का दावा है कि एक पानी की बोतल में टॉयलेट सीट की तुलना में 40 हजार गुना बैक्टेरिया होते हैं। ऐसे में पानी की बोतलों का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए काफ़ी घातक सिद्ध हो सकता है। 

यह रिसर्च अमेरिका स्थित वाटरफिल्टर डॉट कॉम ने किया है। जिसमें उन्होंने अलग अलग वस्तुओं की तुलना में एक रियूजेबल पानी की बोतल में मौजूद बैक्टीरिया के बारे में बताया है। अपनी इस रिसर्च में संस्था ने बोतल के सभी हिस्सों की तीन तीन बार जांच की। 

अपनी रिसर्च में संस्था ने पाया कि एक रियूजेबल पानी की बोतल में दो प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं। जिसमें ग्राम नेगेटिव और बेसिलेस बैक्टीरिया शामिल है। रिसर्च में ग्राम नेगेटिव बैक्टीरिया में तरह तरह के इंफेक्शंस पैदा करने का कारक पाया गया जबकि बेसिलेस बैक्टीरिया को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी समस्याओं का कारक पाया गया। 

इस रिसर्च में बोतलों से अलग अलग वस्तुओं की तुलना की गई और उनमें मौजूद बैक्टीरिया का पता लगाया गया। रिसर्च में पाया गया कि किचेन की सिंक की तुलना में भी पानी की बोतल में दो गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं। इतना ही नहीं किसी पालतू जानवर के पानी के बर्तन की तुलना में भी पानी के बोतल में 14 गुना अधिक कीटाणु होते हैं।कंप्यूटर माउस की तुलना में उनमें चार गुना अधिक कीटाणु होते हैं। 

इस रिसर्च के सामने आने के बाद शोधकर्ताओं ने रियूजेबल पानी की बोतलों को स्वास्थ्य के लिए घातक बताया है। उन्होंने उपयोगकर्ताओं को बोतल का उपयोग करने से पहले उसे एक बार गर्म पानी और एक बार साबुन से धोने की सलाह दी है।