तालिबानी आतंकियों ने अफगानी पत्रकार पर किया हमला, पत्रकार को करना पड़ा खुद की मौत का खंडन
टोलो न्यूज़ के पत्रकार जियार याद पर काबुल में तालिबानी आतंकियों ने हमला कर दिया, पत्रकार के साथ मौजूद सामान को भी आतंकियों ने उनसे छीन लिया, इसके बाद पत्रकार की मौत की अफवाह फैल गई, जिसका पत्रकार ने खंडन किया है

नई दिल्ली। तालिबानी हुकूमत के कायम होने के बाद से ही अफगानिस्तान में हालात से बद से बदतर हो चले हैं। गुरुवार को अफगानिस्तान के सबसे बड़े न्यूज़ चैनल टोलो न्यूज़ के पत्रकार ज़ियार याद की मौत की अफवाह फैल गई। दावा किया गया कि पत्रकार को तालिबानी आतंकियों ने मार डाला। अब खुद पत्रकार ने अपनी मौत का खंडन किया है।
टोलो न्यूज़ के पत्रकार ज़ियार याद ने अपनी मौत का खंडन करते हुए कहा है कि मुझे काबुल में रिपोर्टिंग करने के दौरान तालिबान ने पीटा। पत्रकार ने कहा कि मेरे कैमरा, तकनीकी उपकरणों और मोबाइल फोन को भी छीन लिया गया। कुछ लोगों ने मेरी मौत की अफवाह उड़ा दी जो कि झूठ है।
I still don't know why they behaved like that and suddenly attacked me. The issue has been shared with Taliban leaders; however, the perpetrators have not yet been arrested, which is a serious threat to freedom of expression.
— Ziar Khan Yaad (@ziaryaad) August 26, 2021
पत्रकार ने कहा कि मुझे अब तक विश्वास नहीं हो रहा है कि उन्होंने (तालिबानी आतंकी) मेरे साथ ऐसा बर्ताव क्यों किया? और अचानक मेरे ऊपर आक्रमण कर दिया। पत्रकार ने कहा कि ये मामला तालिबानी नेताओं के संज्ञान में ला दिया गया है। लेकिन अब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जो कि अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरा है।
तालिबानी हुकूमत के कायम होने के बाद से ही अफगानिस्तान से लोगों के पलायन का सिलसिला जारी है। वहीं पत्रकारों पर भी हमले की खबरें आए दिन आती रहती हैं। हाल ही में तालिबानी आतंकियों ने DW के एक पत्रकार के परिजन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं पिछले महीने अफगानी सेना और तालिबानी आतंकियों के बीच संघर्ष में रायटर्स के फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की मौत हो गई थी। दानिश सिद्दीकी की कंधार में हत्या कर दी गई थी।