रूस के खिलाफ अपनी चुप्पी को तोड़े भारत, ब्रिटेन ने किया आह्वान

ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने कहा कि उन्होंने भारत के विदेश मंत्री से इस सिलसिले में बात भी की है और रूस के खिलाफ अपनी चुप्पी तोड़ने का आह्वान किया है

Publish: Mar 08, 2022, 04:54 AM IST

नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में अब तक भारत ने कूटनीतिक तौर पर अपनी तटस्थता बरकरार रखी है। रूस के खिलाफ भारत की इस चुप्पी पर ब्रिटेन ने अपनी नाराज़गी जाहिर की है। ब्रिटेन की विदेश मंत्री ने भारत से रूस के खिलाफ अपनी चुप्पी तोड़ने का आह्वान किया है। 

ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने कहा है कि भारत को रूस के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। लिज ट्रस ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से बात भी की है और उन्हें रूस के खिलाफ बोलने के लिए प्रोत्साहित भी किया है। 

हालांकि लिज ट्रस ने इस पहलू को भी सामने रखा है कि भारत कई मायनों में रूस पर निर्भर है। लिज ट्रस ने कहा कि भारत, रूस पर रक्षा के अलावा आर्थिक तौर पर भी निर्भर है। उन्होंने रूस के खिलाफ भारत की चुप्पी को ही इस निर्भरता का कारण माना है। 

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने रूस के खिलाफ आए प्रस्ताव की वोटिंग से खुद को दूर रख लिया था। हालांकि भारत ने इस पूरे मसले को वार्ता के ज़रिए सुलझाने की अपील भी की थी। लेकिन पश्चिमी देशों को भारत की यह चुप्पी नागवार गुजर रही है। हाल ही में भारत में जर्मनी के राजदूत ने कहा था कि अगर भारत इस मसले पर मौन रहा तो यह भारत के बेहद करीब भी फैल सकता है। उन्होंने कहा कि यह चुप्पी भारत को महंगी पड़ सकती है। 

दूसरी तरफ सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की थी। दोनों देशों के शासनाध्यक्षों से प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के ज़रिए इस समस्या का समाधान निकालने की अपील की थी।