चीन में कोरोना का कहर: शंघाई में बुलानी पड़ी सेना, 2.6 करोड़ आबादी का होगा टेस्ट

चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 438 नए केस मिले हैं, साथ ही 7,788 ऐसे मामले भी मिले जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं हैं

Updated: Apr 04, 2022, 05:10 AM IST

शंघाई। चीन में कोरोना वायरस ने एक बार फिर कोहराम मचा दिया है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकार को सेना बुलानी पड़ी है। चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है। यहां पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 438 नए केस मिले हैं, साथ ही 7,788 ऐसे मामले भी मिले जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक शंघाई में 2.6 करोड़ की आबादी दो चरणों में लॉकडाउन का सामना कर रही है। यहां हालात इतने खराब हो चुके हैं कि चीनी प्रशासन को यहां पर सेना भेजनी पड़ी है। शंघाई में PLA ने कुल 2,000 मेडिकल पर्सनल्स की तैनाती की है। अलग-अलग इलाकों में हजारों की संख्या में हेल्थवर्कर्स भी लगाए गए हैं। ये लोग घर-घर जाकर कोरोना टेस्टिंग कर रहे हैं। शहर के 2.6 करोड़ आबादी की टेस्टिंग की जानी है। यहां लोगों को घर में ही रहने की सख्त हिदायत दी गई है।

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इसी तरह उत्तर पूर्वी प्रांत जिलिन में रविवार को कोरोना वायरस के कुल 4,455 नए मामले सामने आए, जो शनिवार को सामने आए मामलों से कहीं अधिक हैं। कई देशों की तुलना में यह संख्या कम है, लेकिन दैनिक मामले चीन में 2019 के अंत में वुहान में मिले मामलों के बाद से सबसे ज्यादा हैं।

पूर्वी पुडोंग क्षेत्र के निवासियों को शुक्रवार को घरों से निकलने की इजाजत दी जानी थी, जबकि पश्चिमी पुशी क्षेत्र में शुक्रवार से चार दिन के लिए लॉकडाउन लगा हुआ है। आश्वासन के बावजूद, पुडोंग में लाखों लोग लगातार घरों में कैद हैं। निवासियों से कहा गया है कि वे रोजाना कोविड-19 की जांच करें, घर में मास्क लगाने समेत एहतियाती उपाय करें और अपने परिवार के सदस्यों के नजदीक जाने से भी बचें। चीन में कई लोग पाबंदियों की शिकायतें कर रहे हैं। वे सोशल मीडिया पर अपनी परेशानियां बता रहे हैं।