डेनमार्क, ऑस्ट्रिया सहित कई यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका के टीके पर रोक, गंभीर साइडइफ़ेक्ट की शिकायत

यूरोप के कई देशों में एस्ट्राजेनेका का टीका लेने के बाद खून का थक्का जमने की आशंका के बाद लगाई गई रोक, भारत में कोविशील्ड के नाम से इस्तेमाल हो रहे टीके में अब तक ऐसा साइडइफेक्ट सामने नहीं आया

Updated: Mar 12, 2021, 08:18 AM IST

Photo Courtesy: News18.com
Photo Courtesy: News18.com

नई दिल्ली। ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आइसलैंड सहित कई यूरोपीय देशों ने कोरोना से बचाव के लिए दी जा रही एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक एस्ट्राजेनेका के टीके पर रोक लगाने वाले देशों में नॉर्वे, एस्टोनिया, लातविया जैसे कई और यूरोपीय देश भी शामिल हैं। इन देशों ने यह कदम एस्ट्राजेनेका का टीका लगाने के बाद शरीर में खून के थक्के जमने की शिकायतें मिलने के बाद उठाया है। इन देशों ने फिलहाल 14 दिनों के लिए वैक्सीन का इस्तेमाल रोकने का फैसला किया है।

डेनमार्क, नॉर्वे और आइसलैंड ने गुरुवार को अस्थाई तौर पर एस्ट्राजेनेका के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। डेनमार्क के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कोरोना का टीका लगाने के बाद कुछ लोगों के शरीर में खून के थक्के जमने का गंभीर मामला सामने आया है। इसके बाद वैक्सीन पर रोक लगा दी गई है। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि खून का थक्का जमने के पीछे वैक्सीन ही है, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। 

ऑस्ट्रिया में एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगाने के कुछ ही दिनों बाद एक नर्स की मौत होने की खबर भी आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन का डोज लेने के कुछ ही दिनों बाद 49 वर्षीय नर्स के शरीर में खून के थक्के जमने लगे थे। हालांकि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने इन तमाम आशंकाओं को खारिज किया है। कंपनी का कहना है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। तमाम मानव परीक्षणों के दौरान उसे सुरक्षित पाया गया है। परीक्षणों के दौरान इस तरह के साइडइफेक्ट देखने को नहीं मिले हैं।

एस्ट्राजेनेका ने यह वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की मदद से विकसित की है। भारत में यह वैक्सीन पुणे की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट में कोविशील्ड के नाम से बनाई जा रही है। देश में हो रहे कोरोना के टीकाकरण के दौरान इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन भारत में अब तक इसे लगाने के बाद खून के थक्के जमने जैसे किसी साइडइफेक्ट की बात अब तक सामने नहीं आई है।