जर्मनी में व्हाट्सएप को लगा तगड़ा झटका, वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी जर्मनी में बैन, 15 मई से लागू होनी थी पॉलिसी

जर्मनी की हैम्बर्ग डेटा प्रोटेक्शन एजेंसी ने वॉट्सऐप की कंपनी फेसबुक पर नई पॉलिसी के तहत वॉट्सऐप यूजर्स का डाटा प्रोसेसिंग करने पर रोक लगाई, इस कड़े फैसले के बाद भारतीय नियामक से भी कड़े फैसले की उम्मीद की जा रही है।

Updated: May 14, 2021, 02:22 PM IST

Photo courtesy: DNA India
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जर्मनी में फेसबुक द्वारा व्हाट्सएप के यूजर्स का डाटा नहीं यूज किया जा सकेगा। जर्मनी सरकार ने फेसबुक पर नई पॉलिसी के तहत वॉट्सऐप यूजर्स का डेटा प्रोसेसिंग करने पर रोक लगा दी है। व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी लोगों को रास नहीं आ रही है। जर्मनी की हैम्बर्ग डेटा प्रोटेक्शन एजेंसी ने वॉट्सऐप के मालिक फेसबुक पर नई पॉलिसी के तहत वॉट्सऐप से यूजर्स के किसी भी अतिरिक्त डेटा की प्रोसेसिंग नहीं करने को कहा है।

व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर कई देशों और यूजर्स ने नाराजगी जताई है। दरअसल वॉट्सऐप फेसबुक के साथ अतिरिक्त डेटा शेयर कर रहा है, जिसकी वजह से यूजर्स इसे पसंद नहीं कर रहे हैं। वहीं व्हाट्सएप अपनी नई पॉलिसी को स्वीकार करने का दबाव यूजर्स पर डाल रहा है।

जर्मनी में वॉट्सऐप की नई पॉलीसी की शर्तें 15 मई से लागू होने वाली हैं, इसी के चलते वॉट्सऐप ने यूजर्स को चेताया है कि प्राइवेसी पॉलिसी स्वीकार कर लें। नई पॉलिसी एक्सेप्ट नहीं करने वाले उपभोक्ताओं को व्हाट्स एप उपयोग नहीं करने दिया जाएगा।

दुनियाभर में व्हाट्सएप के करोड़ों यूजर्स हैं, लेकिन इस लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की कुछ पॉलिसीज की वजह से कई देशों में इसे लेकर बवाल मचा है। कई देश इसकी प्राइवेसी पॉलिसी को बैन करने की तैयारी में हैं। जर्मनी जैसे देश ने वॉट्सऐप की नई पॉलिसी पर रोक लगा दी है।

व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी का ऐलान जनवरी में हुआ था। मैसजिंग कंपनी ने इस पॉलिसी को स्वीकार करने के लिए यूजर्स को 8 फरवरी तक का टाइम दिया था। विश्वव्यापी विरोध के बाद मैसेजिंग कंपनी ने प्राइवेसी पॉलिसी को लागू करने की नीति 15 मई तक टाल दी थी।  

दुनिया के अन्य देशों की ही तरह भारत में भी इंस्टेंट मैसेजिंग एप वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी का विरोध है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय इसमें इस  बात की जांच में जुटी है कि वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी के कारण भारतीय कानूनों का उल्लंघन होगा या नहीं। इस प्राइवेसी पॉलिसी के मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है। कई उपभोक्ताओं ने प्राइवेसी के मुद्दे पर अदालतों में कई याचिकाएं लगाई हैं।

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भारत सरकार ने प्राइवेसी पॉलिसी की जांच पूरा होने तक वॉट्सऐप से नई पॉलिसी टालने को कहा है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इसे लेकर व्हाट्सएप को चिट्ठी लिखकर कड़ा विरोध जताया था।जर्मनी के कड़े फैसले के बाद भारत से भी ऐसे ही किसी  कड़े फैसले की उम्मीद की जा रह है। वॉट्सऐप यूजर्स का बड़ा भाग भारत में है। भारत में कोई कड़ा एक्शन लेने से व्हाट्सएप को खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है।