पन्ना में बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत, उज्जैन में क्षिप्रा नदी में आई बाढ़

मध्यप्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश, नदियों का बढ़ा जलस्तर, उज्जैन की क्षिप्रा नदी का स्तर बढ़ने से कई मंदिर डूबे, पन्ना में आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत

Updated: Jul 24, 2021, 01:58 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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भोपाल। शनिवार को मध्यप्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून मेहरबान है। कुछ जिलों में राहत तो कुछ जगहों पर यह आफत बन कर बरस रही है। पन्ना जिले के अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग झुलस गए हैं। बड़ी मात्रा में नुकसान की आशंका है।

महाकाल की नगर उज्जैन में क्षिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ने से रामघाट स्थित मंदिर डूब गए हैं। नदी का पानी सड़कों पर फैल गया है, जिसकी वजह से लोगों का रास्ता पार करना मुश्किल हो गया है। सतना की टमस नदी का जल स्तर बढने लगा है। होशंगाबाद में नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ा है, बाढ़ की आशंका के चलते प्रशासन को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।

मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे तक इंदौर और भोपाल में बारिश का दौर जारी रहेगा, लेकिन इसके बाद हल्की बारिश होगी। हालांकि अगले 3 दिन तक ग्वालियर और रीवा संभागों में तेज बारिश होगी।  शनिवार शाम तक खंडवा 62.0 मिमी,धार 38.0 मिमी, दमोह 33.0 मिमी, खरगोन 22.0 मिमी, सागर 20.0 मिमी, गुना 20.0 मिमी, उमरिया 17.0 मिमी, मलंजखंड 16.0 मिमी, रायसेन 15.0 मिमी, होशंगाबाद 15.0 मिमी, जबलपुर 14.7 मिमी, पचमढ़ी 13.0 मिमी, सतना 10.0 मिमी, खजुराहो 9.8 मिमी, मंडला 9.0 मिमी, रतलाम 6.0 मिमी, भोपाल शहर 5.8 मिमी, सीधी 5.0 मिमी, सिवनी 4.0 मिमी, उज्जैन 3.0 मिमी, रीवा 2.0 मिमी, बैतूल 2.0 मिमी, नौगांव 1.0 मिमी, छिंदवाड़ा 1.0 मिमी, इंदौर 0.6 मिमी, ग्वालियर 0.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए रीवा, सतना, सीधी, अनूपुपर, उमरिया, शिवपुरी, देवास, आगर, राजगढ़, अशोक नगर, सागर, मंडला, छतरपुर, विदिशा, टीकमगढ़, धार, खरगोन, बैतूल, बुरहानपुर, विदिशा, कटनी, नरसिंहपुर, डिंडोरी, जबलपुर के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां भारी बारिश के साथ गरज चमक और बिजली गिरने की आशंका है।

इनदिनों बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के साथ-साथ उत्तरी छत्तीसगढ़-झारखंड क्षेत्र में भी लो प्रेशर एरिया बना हुआ है। जो कि समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई तक फैले साइक्लानिक सरक्यूलेशन के साथ एक्टिव है। इसी से होकर एक ट्रफ  लाइन मध्य प्रदेश-उत्तरी गुजरात तक गुजर रही है। मॉनसून ट्रफ अजमेर, दतिया से होते हुए बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र से आगे बालासोर और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक फैला है। वहीं एक और लो प्रेशर एरिया 28 जुलाई के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी में फिर बनने वाला है, जिससे प्रदेश में लगातार बारिश का दौर चलता रहेगा।