अपर कलेक्टर के निर्देश के बावजूद थाना प्रभारी नहीं कर रहे FIR, दिग्विजय सिंह ने डीजीपी को लिखा पत्र

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अशोकनगर के सहकारिता क्षेत्र में भ्रष्टाचार के मामले में डीजीपी सुधीर सक्सेना को लिखी चिट्ठी, कहा- सत्तारूढ़ दल के पदाधिकारी दे रहे हैं भ्रष्टाचारियों को संरक्षण

Updated: Apr 20, 2022, 03:37 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अशोकनगर जिले में सहकारिता क्षेत्र में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा डीजीपी सुधीर सक्सेना के समक्ष उठाया। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर बताया है कि अपर कलेक्टर के निर्देशों के बावजूद थाना प्रभारी FIR दर्ज नहीं कर रहा है। 

डीजीपी को संबोधित पत्र में कांग्रेस नेता ने कहा कि, 'अशोकनगर जिले में लगातार हो रहे घोटालों की श्रृंखला में एक नया मामला सामने आया है। जिसमें जिला आपूर्ति अधिकारी की जांच में फर्जी उपभोक्ता भंडार सामने आने के बाद भी राजनैतिक दबाव के कारण पुलिस द्वारा FIR दर्ज नहीं कर रही है। इसी तरह के एक मामले में सत्ताधारी राजनैतिक दल के पदाधिकारी के रिश्तेदार होने के नाते प्रकरण में FIR दर्ज होने के बाद खात्मा लगाकर मामला दबा दिया गया है।'

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सिंह के मुताबिक, 'अशोकनगर निवासी कौशल गुप्ता ने बताया कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सहकारी उपभोक्ता भंडार अशोकनगर के अध्यक्ष, प्रबंधक एवं संचालक मंडल के सदस्यों द्वारा कूट रचित दस्तावेज तथा हस्ताक्षर का उपयोग कर फर्जी दस्तावेजों के द्वारा संस्था का गठन किया गया है। उक्त संबंध में अपर कलेक्टर द्वारा शिकायत की जांच किये जाने पर संस्था को फर्जी पाया गया तथा संस्था के अध्यक्ष, प्रबंधक एवं संचालक मंडल पर FIR दर्ज करने के आदेश पारित किए गये। बावजूद थाना प्रभारी अशोकनगर द्वारा उक्त मामले में लगभग तीन माह बीत जाने के बाद भी आज दिनांक तक FIR दर्ज नहीं की गई।' 

उन्होंने डीजीपी सक्सेना से अनुरोध किया है कि सहकारी उपभोक्ता भंडार के संचालकों के विरूद्ध FIR दर्ज कराने के लिए पुलिस अधीक्षक अशोकनगर को निर्देशित करने का कष्ट करें।