भोपाल में खुला देश का पहला क्रिप्टो कैफे, डिजिटल करेंसी से पेमेंट कर खा सकते हैं मनपसंद खाना

भोपाल के रोहित नगर इलाके में स्थित है विला एंड कैफे, कैफे और इसका मेन्यू क्रिप्टोकरेंसी थीम पर ही बेस्ड है

Updated: May 02, 2022, 04:23 PM IST

भोपाल। दुनिया तेजी से डिजिटल हो रही है। इसी बदलती दुनिया में पेमेंट करने का तरीका भी बदला है। आजकल लोग जेब में नोट कम और डिजिटल पेमेंट के एप्स लेकर ज्यादा घूमते हैं। इससे आसानी से बार कोड स्कैन कर पेमेंट किया जा सकता है। इसी कड़ी में अब भोपाल में ऐसा यूनीक कैफे खुला है, जहां आप क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से पेमेंट कर सकते हैं। 

इस कैफ़े का नाम विला एंड कैफे है जो भोपाल के रोहित नगर इलाके में स्थित है। ये कैफे क्रिप्टोकरेंसी थीम पर बेस्ड है। लगभग डेढ़ महीने पहले खुले इस कैफे का मेन्यू भी क्रिप्टोकरेंसी थीम पर ही बेस्ड है। इसे देश का पहला क्रिप्टो करेंसी बेस्ड कैफे बताया जा रहा है। क्रिप्टोकरेंसी बेस्ड एक रेस्टोरेंट जरूर दिल्ली के कनॉट पैलेस में पिछले साल से चल रहा है।

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इस कैफे की खासियत है कि यहां परोसे जाने वाले डिशेज भी क्रिप्टोकरेंसी से मिलती जुलती है। इस कैफे के संचालक कहते हैं कि इस कैफे को खोलने का मकसद लोगों को क्रिप्टो को लेकर जागरूक करना भी है। जिससे लोग सही जगह और सही तरीके से इन्वेस्ट करने सीखें। यहाँ आपको यूनिक डिश भी मिलेगा। एक डिश का नाम है चॉकलेट बम, इस डिश में चॉकलेट बम फटता है और अंदर से खाने वाला बिटकॉइन निकलता है।

 कैसे करें पेमेंट

क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट करना बिल्कुल आसान है। फोन पे, गूगल पे, या पेटीएम में जिस तरह से पेमेंट किया जाता है, ठीक वैसे ही आप क्रिप्टो के माध्यम से पेमेंट कर सकते हैं। आपको पेमेंट करने के लिए एक्सचेंज एप की जरूरत पड़ेगी। इस कैफे में आप Binance एप से पेमेंट कर सकते हैं। 

क्रिप्टोकरेंसी डीसेंट्रलाइज़्ड करेंसी होती है। इस सिस्टम में लेन-देन को डिजिटल सिग्नेचर के जरिए वेरीफाई किया जाता है। क्रिप्टो टू क्रिप्टो पेमेंट करने पर कोई चार्ज भी नहीं लगता है। इसे खरीदने के लिए कई एप्स मिलेंगे। भारत में जेबपे, वजीरएक्स, कॉइनस्विच कुबेर आदि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं। 

क्रिप्टोकरेंसी को किसी देश के द्वारा संचालित नहीं किया जाता है। इसलिए इसमें आईडी बनाने से लेकर इसमें इन्वेस्ट करना बहुत रिस्की होता है। भारत में भी इसे लेकर अभी कोई नियम नहीं है। 2022-23 के केंद्रीय बजट भाषण में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगाने की बात कही थी।