BJP ने कर्नाटक में बांटे थे दो हजार के नोट, वोट नहीं मिला तो नोटबंदी कर दी, कांग्रेस MLA पीसी शर्मा
प्रधानमंत्री बताएं जब बंद ही करना था, तो 2 हजार का नोट क्यों जारी किया था। जनता को डराकर रखना चाहते हैं क्या, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

भोपाल। देश में एक बार फिर से नोटबंदी के फैसले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना सोचे समझे कोई भी फैसला लेना बंद करें। वहीं, आम आदमी पार्टी ने नरेंद्र मोदी को अनपढ़ प्रधानमंत्री करार दिया। इधर इस फैसले को लेकर मध्य प्रदेश में भी सियासत गर्म हो गई है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने इसे तुगलकी फरमान करार दिया। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी देश को बताएं कि जब बंद ही करना था, तो 2 हजार का नोट क्यों जारी किया। PM मोदी सिर्फ आम जनता को डराकर रखना चाहते हैं। पहली बार नोटबंदी में सैंकड़ों आम जनता की मौतें हुईं और भाजपा नेताओं ने नोटबंदी में काले धन को सफेद किया।'
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केंद्र के इस फैसले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि, 'भाजपा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में दो-दो हजार के नोट बांटे थे। लोगों ने नोट ले लिए और वोट दिए नहीं। इसलिए जिन लोगों ने पैसे लेकर BJP को वोट नहीं दिए, उनको टॉर्चर करने की ये एक प्रक्रिया है। केंद्र ने हार की बौखलाहट में ये फैसला लिया है।'
बता दें कि 2 हजार का नोट नवंबर 2016 में मार्केट में आया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए थे। इसकी जगह नए पैटर्न में 500 का नया नोट और 2000 का नोट जारी किया गया था। तब एक्सपर्ट्स ने केंद्र को दो हजार के नोट जारी नहीं करने के लिए चेतावनी दी थी। हालांकि, केंद्र अपने फैसले पर कायम रही। अब 7 साल बाद केंद्र ने आखिरकार इसे वापस लेने का निर्णय लिया है।