मंत्री बनते ही हैक हुआ सिंधिया का फेसबुक अकाउंट, पीएम मोदी को कहते मिले भला बुरा

मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद देर रात हैक हुआ बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य का फेसबुक अकाउंट, एक्सपर्ट्स की मदद से किया रिकवर, पुराने पोस्ट को हैकरों ने किया साझा

Updated: Oct 02, 2021, 04:32 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया को 15 महीने के इंतजार के बाद केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिल गई। सिंधिया और उनके समर्थकों के लिए कल का दिन जश्न का था। जश्न मना भी लेकिन कुछ हैकरों ने जश्न के इस माहौल में ऐसा खलल डाला कि सिंधिया की चौतरफा किरकिरी होने लगी। दरअसल, मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद हैकरों ने उनके फेसबुक अकाउंट से एक ऐसा वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह कांग्रेस की जमकर तारीफें कर रहे हैं।

घटना देर रात करीब एक बजे की बताई जा रही है। इस दौरान सिंधिया के फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया गया जिसका कैप्शन था माननीय मोदी जी के लिए मेरा संदेश। वीडियो में सिंधिया प्रधानमंत्री मोदी को भला-बुरा कह रहे थे वहीं कांग्रेस पार्टी और कार्यकर्ताओं की तारीफ कर रहे थे। इसके अलावा भी कई और वीडियो पोस्ट किए गए जिसमें वे पीएम मोदी की आलोचना कर रहे थे। 

सिंधिया के आधिकारिक अकाउंट से शेयर किए गए इन वीडियो को जितने लोगों भी देखा वह समझ नहीं पाए कि आखिरकार सिंधिया को ये क्या हो गया जो देर रात अपनी पार्टी के लिए ही उटपटांग बातें करने लगे। हालांकि, थोड़े ही देर बाद इसे हटा लिया गया। अब सिंधिया के सहयोगी कृष्णा घाडगे ने बताया है कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था।

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रिपोर्ट्स के मुताबिक जैसे ही यह वीडियो पोस्ट हुई, सिंधिया के आईटी सेल ने तत्काल इस बात की जानकारी उन्हें दी। सिंधिया ने आनन-फानन में साइबर एक्सपर्ट्स से संपर्क किया और थोड़े देर बाद ही वीडियो को डिलीट किया गया और उनका अकाउंट रिकवर हो सका। फिलहाल सिंधिया की ओर से इस बात की कोई शिकायत नहीं की गई है। हालांकि, बताया जा रहा है कि वे साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से हैकर्स का पता लगाने में जुटे हुए हैं। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। खास बात यह है कि सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया भी नरसिम्हा राव की सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं। सिंधिया ने बीते साल मार्च में कांग्रेस से पाला बदलकर बीजेपी जॉइन कर लिया था। इस दौरान वह दो दर्जन से ज्यादा विधायकों को तोड़कर बीजेपी के पाले में ले गए थे। नतीजतन जनता द्वारा चुनी हुई कमलनाथ सरकार 15 महीने के भीतर गिर गयी और राज्य में एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान की वापसी हुई।

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बताया जाता है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने के लिए हुई डील के मुताबिक बीजेपी ने सिंधिया को राज्यसभा से संसद में भेजकर केंद्रीय कैबिनेट में एडजस्ट करने का वादा किया था। वादे के अनुसार बीजेपी ने सिंधिया को राज्यसभा सदस्य तो बना दिया लेकिन एक साल तक वे मंत्री बनने का इंतजार करते रहे। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए सिंधिया ने काफी दबाव बनाया लेकिन हर बार कभी कोरोना और कभी राज्यों के चुनाव का हवाला देकर उन्हें टाला जाता रहा। हालांकि, लंबे इंतजार के बाद सिंधिया को मंत्री बना दिया गया है, जिससे उनके समर्थकों में काफी उत्साह है।