BJP सांसद कंगना रनौत की बढ़ी मुश्किलें, मध्य प्रदेश के किसान संगठन ने भेजा मानहानि का नोटिस

किसान नेता ने कंगना को नोटिस देकर चेतावनी दी है, कि अगर कंगना ने सात दिन के अंदर माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।

Updated: Aug 28, 2024, 12:24 PM IST

बैतूल। बीजेपी की बड़बोली सांसद कंगना रनौत अपनी वाचाल प्रवृति के कारण मुश्किलों में फंसती नजर आ रही हैं। हाल ही में कंगना द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर मध्य प्रदेश के किसान संगठन ने मानहानि का नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि अगर कंगना ने सात दिन के अंदर माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।

किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक डॉक्टर सुनीलम ने अपने वकील गुरुदत्त शर्मा के जरिए मंगलवार को यह नोटिस भेजा है। रजिस्टर्ड डाक से भेजे गए नोटिस में किसान संघर्ष समिति ने कंगना के बयान को बेहद आहत करने वाला बताया है। यह नोटिस उनके मनाली स्थित एड्रेस पर भेजा गया है, जिसमें डॉक्टर सुनीलम पक्षकार हैं।

नोटिस में कंगना को संबोधित करते हुए लिखा है कि आपने देश के किसानों, अन्नदाताओं के लिए अत्यधिक आपत्तिजनक और किसानों को अपमानित करने का बयान दिया है। आपका ये बयान देश के किसानों, अन्नदाताओं को अपमानित, जलील और नीचा दिखाने का होकर काफी अभद्र और आपत्तिजनक है, जो हेट स्पीच की श्रेणी में आता है। जबकि संयुक्त किसान मोर्चा ने 380 दिनों तक पूरी तरह शान्तिपूर्वक लोकतांत्रिक और अहिंसक आंदोलन चलाया। आंदोलन में 750 किसान भी शहीद हुए थे।

नोटिस में आगे लिखा गया है कि मेरे पक्षकार के जानने वाले लोग आपके उक्त वक्तव्य के बाद मेरे पक्षकार को काफी हिकारतभरी दृष्टि से देखते हैं, इस कारण मेरे पक्षकार को काफी बदनामी झेलना पड़ रहा है, इस प्रकार सीधे-सीधे आप मेरे पक्षकार को हुई मानहानि की जिम्मेदार हैं। आपके उक्त कृत्य से मेरे पक्षकार को कम से कम दो करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति हुई है, जिसे अदा करने की जिम्मेदारी भी आपकी है। आपके उक्त कृत्य के कारण आपके विरुद्ध दीवानी एवं आपराधिक अभियोग भी चलाया जा सकता है।

बता दें कि कंगना रनौत ने किसान आंदोलन को लेकर विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान कई हत्याएं हुईं और बलात्कार हुए। इसे लेकर भाजपा की काफी फजीहत हो रही थी। किसानों को भी आक्रोश था। ऐसे में भाजपा केंद्रीय कार्यालय द्वारा बयान जारी कर कंगना के बयाना से असहमति जताई गई।