ड्रग्स फैक्ट्री रेड मामले में कांग्रेस ने पूछा CM से सवाल, MP पुलिस को क्यों नहीं पता चला यह गोरखधंधा

कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए एक्स पर लिखा की मध्य प्रदेश महिला अपराध के बाद अवैध ड्रग के व्यापार का केंद्र बन गया है, इस उड़ता मध्य प्रदेश को बरबाद होते मोहन सरकार चुपचाप देख रही है।

Updated: Oct 07, 2024, 12:55 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नशे के विरुद्ध अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। भोपाल में ड्रग्स की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। इस फैक्ट्री से 1800 करोड़ रुपये की ड्रग्‍स बरामद हुई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एटीएस गुजरात के साथ मिलकर शनिवार को फैक्ट्री में रेड की, जहां ड्रग्स बनाई जा रही थी। इस मामले में विपक्षी दल कांग्रेस राज्य सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने पूछा है कि आखिर MP पुलिस को यह गोरखधंधा क्यों नहीं पता चला?

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'मध्य प्रदेश महिला अपराध के बाद अवैध ड्रग के व्यापार का केंद्र बन गया है, इस उड़ता मध्य प्रदेश को बरबाद होते मोहन सरकार चुपचाप देख रही है। भोपाल में एमडी ड्रग की अवैध फेक्ट्री पर गुजरात एटीएस और एनसीबी दिल्ली की टीम ने संयुक्त रूप से छापा मारा है। समाचार एजेंसियों का दावा है कि गुजरात एटीएस छः माह से इस पर निगाह रखे हुए थी, मगर प्रदेश की पुलिस को खबर नहीं हो सकी। भारतीय जनता पार्टी सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री डॉ. मोहन यादव से ना सरकार संभल रही है, ना कानून व्यवस्था।'

कांग्रेस नेता अरुण यादव भी ने मध्य प्रदेश सरकार पर हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश अब माफियाओं का प्रदेश बन चुका है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मप्र अब माफियाओं का प्रदेश बन चुका है, प्रदेश में शराब माफिया, रेत माफिया और अब ड्रग माफिया सक्रिय हो गए हैं। राजधानी भोपाल में 907 किलो की एमडी ड्रग जिसका बाजार मूल्य 1800 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का गुजरात एटीएस द्वारा पकड़े जाना बताता है कि मप्र की पुलिसिंग व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है।'

बता दें कि रविवार को एनसीबी ने गुजरात एटीएस के साथ मिलकर राजधानी की एक ड्रग फैक्टरी से 1800 करोड़ रुपए की एमडी ड्रग्‍स बरामद की थी। NCB ने एटीएस गुजरात के साथ मिलकर कटारा हिल्स थाना क्षेत्र में स्थित फैक्ट्ररी पर छापेमारी के दौरान 1800 करोड़ रुपए बाजार कीमत के एमडी ड्रग बरामद किया था और मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि भोपाल पुलिस को इस पूरी कार्रवाई से दूर रखा गया था।