लॉकडाउन के बावजूद आदिवासी ज़िलों में शराब की दुकानें खोलने का निर्देश दे रही है शिवराज सरकार, कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप
सलूजा का कहना है कि एक तरफ पूरा प्रदेश कोरोना के विकराल होते संकट से जूझ रहा है, आपदा के ऐसे समय में भी शिवराज सरकार अपने लिए अवसर तलाश रही है

भोपाल। मध्यप्रदेश में विकराल होते कोरोना के संकट काल के बीच शिवराज सरकार प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य ज़िलों में शराब की दुकानों को खोलने के निर्देश दे रही है। यह गंभीर आरोप कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सरकार लगाए हैं। सलूजा का कहना है कि आपदा की ऐसी गंभीर स्थिति में भी शिवराज सरकार अपने लिए अवसर तलाश रही है।
सलूजा ने सरकार के इस कदम पर जमकर हमला बोला है।सलूजा ने कहा है कि शराब की दुकानें खोले जाने को लेकर अधिकारी राजस्व का ही तर्क दे रहे हैं। सलूजा ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि संकट काल के इस दौर में भले ही शिवराज सरकार मंदिर मस्जिद बंद रखे लेकिन सरकार के मुताबिक मयखाने ज़रूर खुले रहने चाहिए।
आपदा में भी अवसर...
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) April 19, 2021
ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि कुछ जिलो में जो आदिवासी इलाक़े है वहाँ सरकार के निर्देश पर लॉक डाउन में भी शराब की दुकानो को खोलने के निर्देश जारी किये जा रहे है।
अधिकारियों का तर्क कि हमें तो राजस्व चाहिये ?
मंदिर-मस्जिद बंद रहे लेकिन मय खाने चालू रहना चाहिये।
कांग्रेस प्रवक्ता ने अपने ट्विटर हैंडल पर शिवराज सरकार की आलोचना करते हुए ट्वीट किया, ' आपदा में भी अवसर...ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि कुछ जिलो में जो आदिवासी इलाक़े है वहाँ सरकार के निर्देश पर लॉक डाउन में भी शराब की दुकानो को खोलने के निर्देश जारी किये जा रहे है।अधिकारियों का तर्क कि हमें तो राजस्व चाहिये ?मंदिर-मस्जिद बंद रहे लेकिन मय खाने चालू रहना चाहिये।