दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र, रायसेन के सरकारी कार्यक्रम में भाजपा की सदस्यता दिलाने को लेकर उठाए गंभीर सवाल

दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा शासकीय कर्मचारियों का उपयोग अपने कार्यकर्ताओं की तरह कर रही है, रायसेन की घटना लोक प्रशासन के राजनैतिक पतन की गवाही दे रही है।

Updated: May 31, 2022, 07:06 AM IST

भोपाल। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में रायसेन के शासकीय कार्यक्रम में शासकीय कर्मचारी द्वारा लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाने और भाजपा द्वारा शासकीय कर्मचारियों का कार्यकर्ता की तरह उपयोग करने पर आपत्ति जताई है।

दिग्विजय सिंह ने लिखा कि सरकार के संरक्षण में फल फूल रहे अधिकारियों और सरकार के मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कुछ दिन पूर्व 17 मई को रायसेन में आयोजित शासकीय बालिका छात्रावास के लोकार्पण कार्यक्रम में सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर शासकीय कार्यक्रम में कुछ लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाने का कारनामा कर डाला। 

17 मई को रायसेन जिले में शासकीय बालिका छात्रावास का लोकार्पण कार्यक्रम था जिसमें मंत्री डॉ. चौधरी पहुंचे थे। सर्व शिक्षा अभियान के ब्लॉक समन्वयक रघुवीर सिंह भदौरिया ने माइक पर ऐलान कर स्थानीय रहवासियों को डॉ. चौधरी के हाथों भाजपा की सदस्यता दिलाई। उन्हें भाजपा के गमछे पहनवा दिए। दिग्विजय सिंह ने सीएम चौहान को लिखे पत्र में बताया है कि रायसेन कलेक्टर ने पद की गरिमा के अनुरूप एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है और दो अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं।

दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ समय से भाजपा ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरह सरकारी कर्मचारियों का उपयोग शुरू कर दिया है। भाजपा कार्यालय में आईएएस अधिकारियों को बुलाकर सरकार की योजनाओं की जानकारी देने पहुंचने से केंद्र और राज्य सरकार के आचरण नियम तार-तार हो चुके हैं। 

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दिग्विजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पहले के दौर में अधिकारी-कर्मचारी सरकार के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहते थे अब आपके कार्यकाल में सत्ताधारी दल के प्रति समर्पित हैं। सिंह ने कहा कि रायसेन की घटना लोक प्रशासन के राजनैतिक पतन की गवाही दे रही है। यह घटना बताती है कि शासन प्रशासन में कर्तव्यनिष्ठा दलगतनिष्ठा में बदल गई है। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह से मांग की है कि वे शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्ती से आचरण नियमों का पालन करने के लिए आदेश जारी करें।