जमीन घोटाला उजागर करने वाले किसान नेता को सिंधिया समर्थक मंत्री से जान का खतरा, कोर्ट में लगाई अर्जी

भाजपा से निष्कासित किसान नेता राजकुमार सिंह धनोरा ने ही मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा 50 एकड़ जमीन हेरफेर किए जाने का खुलासा किया था। अब उन्होंने कहा है कि उन्हें बीजेपी मंत्री से जान का खतरा है।

Updated: Dec 25, 2022, 10:05 AM IST

सागर। 50 एकड़ जमीन के मामले में सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बुरी तरह घिर गए हैं। मीडिया द्वारा सवाल पूछे जाने पर मंत्री राजपूत की बौखलाहट बार-बार सामने आ रही है। इसी बीच अब इस पूरे घोटाले का खुलासा करने वाले किसान नेता ने कहा है कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से उन्हें जान का खतरा है। उन्होंने बताया कि कई बार शिकायत के बावजूद पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसे में सुरक्षा की मांग को लेकर उन्होंने न्यायालय का रुख किया है।

दरअसल, BJP से निष्कासित किसान नेता राजकुमार सिंह धनोरा ने इस पूरा मामले का उजागर किया था। धनोरा का आरोप है कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अपनी काली कमाई से पिछले 50 एकड़ जमीन पहले अपने सालों के नाम पर खरीदी। इस साल उन्होंने यह जमीन वापस दान के नाम पर ले ली। बताया कि ससुराल से दान में मिली है। इसका खुलासा करने पर मंत्री और उनके परिवार के लोग मेरी और मेरे परिवार की हत्या की साजिश रच रहे हैं।

राजकुमार सिंह धनोरा भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। वे 1994 से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े थे। लेकिन दो महीने पहले गोविंद सिंह राजपुर के खिलाफ फेसबुक पोस्ट लिखने के कारण उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। धनोरा ने कहा कि, 'जमीन घोटाले का खुलासा मैंने किया था। इस बात से राजस्व मंत्री और उनके रिश्तेदार मुझसे खुन्नस रखे हुए हैं। मेरी और मेरे परिजन की हत्या कराना चाहते हैं। मैंने 30 अक्टूबर को डीआईजी को आवेदन दिया, फिर 8 दिसंबर को आवेदन देकर अवगत कराया। दो दिन पहले मैंने फिर आवेदन दिया है। मैं तीन बार पत्र लिख चुका हूं, इसके बावजूद प्रशासन ने मेरे आवेदन पर संज्ञान भी नहीं लिया है। यदि मेरी हत्या होती है, तो इसका जिम्मेवार मंत्री और उनके परिवार के साथ शासन-प्रशासन होगा।' 

बता दें कि बीते दिनों विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को कांग्रेस विधायकों ने दान में मिली जमीन के मुद्दे पर जमकर घेरा था। मंत्री ने सदन में इस मामले पर जवाब नहीं दे पाए थे। कांग्रेस बार-बार दान में मिली जमीन का मामला उठा रही है? 58 साल की उम्र में ससुराल पक्ष से दान में मिली 50 एकड़ जमीन मंत्री के गले की फांस बनती जा रही है। मंत्री का कहना है कि अगर किसी से किसी का ब्लड का रिलेशन है और उसके पास जमीन-जायदाद है, तो वह दान दे सकता है। यह चोरी नहीं है। लेकिन सवाल ये उठ रहे हैं कि ऐसा क्या हो गया कि जिस जमीन को एक साल पहले उनके दो सालों ने खरीदा उसे अगले ही साल अलग अलग तारीख में मंत्री राजपूत, उनकी पत्नी और उनके बेटे के नाम कर दिया। 

इधर धनोरा ने कहा है कि ऐसे कई और मामले हैं। ये तो सिर्फ पूंछ है अभी धड़ निकलना बाकी है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही वे मंत्री के कारनामों से जुड़े कई और खुलासे करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे ऐसे कारनामे हैं कि उन्हें जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता। बहरहाल, धनोरा पर दबाव बनाया जाने लगा है। मंत्री गोविंद सिंह के बड़े भाई गुलाब सिंह राजपूत ने धनोरा के खिलाफ सागर के राहतगढ़ थाने में FIR करा दी है। गुलाब ने अपनी शिकायत में कहा, 6 अक्टूबर को धनोरा ने फोन पर धमकाया। घर में घुसकर गोलियों से छलनी करने की धमकी दी। अब मेरे परिवार से खुद को जान का खतरा बता रहे हैं। परिवार की प्रतिष्ठा धूमिल कर रहे हैं।