किसानों का दिल्ली कूच: शंभू बॉर्डर पर ट्रैक्टर पहुंचने शुरू, किसानों को रोकने के लिए कंटीले तारों की बैरिकेडिंग
किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर पर सिर्फ लोहे और सीमेंट की ही बैरिकेडिंग नहीं की गई है बल्कि कंक्रीट की दीवार रातोंरात खड़ी कर दी गई है।
नई दिल्ली। हरियाणा और पंजाब के किसानों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है। शंभू बॉर्डर पर किसानों के ट्रैक्टर पहुंचने लगे हैं। किसानों को रोकने के लिए सरकार ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। एक तरफ बैरिकेड्स लगे हैं, वहीं सड़क पर कीलें बिछाई गई हैं। बॉर्डर पर सिर्फ लोहे और सीमेंट की ही बैरिकेडिंग नहीं की गई है बल्कि कंक्रीट की दीवार रातोंरात खड़ी कर दी गई है।
बता दें कि सोमवार रात चंडीगढ़ में साढ़े 5 घंटे चली मीटिंग में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी कानून और कर्ज माफी पर सहमति नहीं बन पाई थी। इसके बाद किसान संगठनों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार किसानों की मांगों को लेकर सीरियस नहीं है। उनके मन में खोट है। वह सिर्फ टाइम पास करना चाहती है।
सरकार ने किसानों को रोकने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर लोहे की कीलें ठुकवाई हैं।#FarmerProtest2024 pic.twitter.com/kX70fH8Luo
— Amandeep Pillania (@APillania) February 13, 2024
पंधेर ने कहा कि हरियाणा को कश्मीर बना दिया गया है। हरियाणा सरकार हर गांव में पुलिस भेज रही है। हर गांव में वाटर कैनन भेजे हैं। हर गांव में पटवारी जा रहे हैं। किसानों के रिश्तेदारों व परिवार को तंग किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि आपका बेटा MBBS कर रहा है, उसे करने नहीं देंगे। डिग्री पूरी नहीं होने देंगे। भाई नौकरी कर रहा है और उसे नौकरी से निकाल देंगे। पासपोर्ट रद्द करने की धमकी दे रहे हैं। पंजाब हरियाणा राज्य नहीं इंटरनेशनल बॉर्डर बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने सड़कें नहीं रोकी, सरकार ने रोकी है। उन्हें पूछना चाहिए कि किस के फैसलों से 10-10 फीट ऊंची दीवारें व कील लगाए गए हैं। उनसे पूछना चाहिए कि उन्होंने ये क्या किया है। किसान सड़क ब्लॉक करने के हक में नहीं। 2 साल पहले सरकार ने कहा था एमएसपी कमेटी बनाएंगे। लेकिन कुछ नहीं हुआ। हमारे सवालों के सरकार के पास जवाब नहीं है। एमएसपी पर बीते दो सालों से एक भी बैठक नहीं हुई।
किसानों का तेवर देखते हुए दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बार्डर पर कंक्रीट की दीवार खड़ी करके रास्ता रोक दिया गया है, ताकि कोई भी बॉर्डर पार न कर सके। वहीं मेरठ-दिल्ली NH9 का रास्ता भी गाजीपुर बार्डर के पास बंद कर दिया गया है। गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के सबवे को सील कर वहां आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सिर्फ लोहे और सीमेंट की ही बैरिकेडिंग नहीं की गई है बल्कि कंक्रीट की दीवार रातोंरात खड़ी कर दी गई है।
प्रशासन की तरफ से पूरे दिल्ली की किलेबंदी की गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है और बॉर्डर को सील कर दिया गया है। दिल्ली को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और नोएडा से जोड़ने वाली गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर नेशनल हाईवे पर कारों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।