भोपाल, जबलपुर समेत MP के 18 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट, सागर, टीकमगढ़ और बीना में बाढ़ जैसे हालात

निवाड़ी जिले में बुधवार शाम को जामनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। यहां बने टापू पर 4 युवक फंस गए। पानी का बहाव ज्यादा होने से बचाने गए गोताखोर भी फंस गए।

Updated: Jul 25, 2024, 12:35 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में औसत 14.6 इंच यानी इस मॉनसून सीजन की 35% बारिश हो चुकी है। 21 जून को मानसून प्रदेश में एंटर हुआ था तब से राज्यभर में लगातार बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश के बीच नर्मदा का जलस्तर 2 फीट बढ़ गया है। दूसरी नदियों और बांधों में भी लगातार पानी का लेवल बढ़ रहा है। 

गुरुवार को भोपाल, जबलपुर समेत 18 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। वहीं, सागर, टीकमगढ़ और बीना में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। बुधवार को सागर में पगरा डैम के 11 में से 5 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। बीना के बिल्धव में लोगों को घरों की छतों से रेस्क्यू करना पड़ा। दतिया के सनकुआ धाम में युवक सिंध नदी में बह गया।

निवाड़ी जिले में बुधवार शाम को जामनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। यहां बने टापू पर 4 युवक फंस गए। पानी का बहाव ज्यादा होने से बचाने गए गोताखोर भी फंस गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।

सागर के बंडा-बांदरी रोड पर धसान नदी पर बनाए जा रहे उल्दन बांध परियोजना का पानी उल्दन गांव के नजदीक पहुंच गया। नदी के पुल से एक किमी दूर तक पानी है। सूचना मिलते ही प्रशासन के आला अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर आसपास के गांवों को तत्काल खाली करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन, ग्रामीण गांव छोड़ने को तैयार नहीं है।

सागर के बीना में दूसरे दिन बुधवार को भी भारी बारिश का दौर जारी है। यहां के बिल्धव गांव से एसडीईआरएफ की टीम ने 15 लोगों को रेस्क्यू किया है। इनमें एक नवजात और प्रसूता भी शामिल हैं। ये सभी 6 घंटे से अधिक समय तक घरों की छत पर बरसाती डालकर बैठे थे।