मैं ना भाजपा-संघ से डरा हूं, ना कभी डरूंगा, सजा के ऐलान के बाद बोले दिग्विजय सिंह

उज्जैन मारपीट मामले में कोर्ट ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को एक साल कारावास की सजा सुनाई है, कोर्ट के फैसले को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मुझे राजनीतिक दबाव में फंसाया गया है

Updated: Mar 26, 2022, 06:41 PM IST

भोपाल। उज्जैन मारपीट मामले में सजा के ऐलान के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि मैं ना भाजपा-संघ से डरा हूं और ना कभी डरूंगा। राज्यसभा सांसद ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक दबाव में फंसाया गया है।

सजा के ऐलान के बाद सिंह ने ट्वीट किया, '11 वर्ष पुराने जिस प्रकरण के FIR में मेरा नाम भी नहीं था, उसमें राजनीतिक दबाव के कारण बाद में जोड़ा गया, मुझे सज़ा दी गई। मैं अहिंसा वादी व्यक्ति हूँ हिंसक गतिविधियों का सदैव विरोध करता रहा हूँ।'

सिंह ने आगे कहा है कि वे जिला अदालत के इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, 'ADJ Court का आदेश है उच्च न्यायालय में अपील करेंगे। मैं ना भाजपा संघ से डरा हूँ ना कभी डरूँगा चाहे कितने ही झूठे प्रकरण बना दें और कितनी ही सज़ा दे दी जाए।'

दरअसल, करीब एक दशक पुराने मामले में दिग्विजय सिंह को 1 साल की सजा हुई है। इंदौर जिला न्यायालय ने अपने फैसले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू समेत 6 लोगों को एक साल की सजा सुनाई है और 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। हालांकि, सिंह को जमानत मिल गई है। कोर्ट ने 25 हजार रुपए के मुचलके पर उन्हें रिहा किया है।

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यह मामला 17 जुलाई 2011 का है, जब दिग्विजय सिंह उज्जैन में एक निजी होटल के उद्घाटन समारोह में आए थे। यहां सिंह के काफिले को भाजयुमो कार्यकर्ता काले झंडे दिखा रहे थे। इसी दौरान दिग्विजय सिंह के समर्थकों और भाजयुमो कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई थी। हैरानी की बात ये है कि पुलिस ने इस मामले में सिंह के खिलाफ एफआईआर नहीं किया था, लेकिन बाद में शासन की अर्जी पर उनका नाम भी जोड़ा गया।