जबलपुर में क्रेडिट कार्ड बनवाने और घर बैठे कमाने का लालच देकर लाखों की धोखाधड़ी, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
जबलपुर में क्रेडिट कार्ड बनवाने का झांसा देकर ठगों ने बड़ी चालाकी से बैंक खाते से लाखों रुपये उड़ा लिए।

जबलपुर के गढ़ा थाना क्षेत्र में रहने वाले 56 वर्षीय शिशिर खंडेलवाल के साथ साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें उन्हें क्रेडिट कार्ड बनवाने का झांसा देकर ठगों ने बड़ी चालाकी से उनके बैंक खाते से लाखों रुपये उड़ा लिए। घटना की शुरुआत तब हुई जब खंडेलवाल से एक अज्ञात व्यक्ति ने संपर्क कर क्रेडिट कार्ड बनवाने की पेशकश की। उसने वीडियो कॉल के जरिए मोबाइल स्क्रीन साझा करने को कहा और गूगल क्रोम के माध्यम से क्रेडिट कार्ड आवेदन की प्रक्रिया को पूरा कराने लगा। इस दौरान उसने नए कार्ड जनरेट करने के बहाने पुराने एसबीआई और बीओआई कार्ड नंबर की मांग की। ठग ने शिशिर से एसबीआई क्रेडिट कार्ड की तस्वीर भी मंगा ली। इसके कुछ ही समय बाद खंडेलवाल के एसबीआई क्रेडिट कार्ड से 2.50 लाख रुपये और बीओआई खाते से 61 हजार रुपये काट लिए गए। जब शिशिर को रुपये कटने की सूचना मोबाइल पर मिली, तो उन्होंने दोनों बैंक कार्ड बंद करवा दिए और तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले की जांच के बाद शुक्रवार को पुलिस ने साइबर ठगी का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है।
ठगी का एक और मामला जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर में सामने आया, जहां एक युवक घर बैठे कमाई के विज्ञापन के लालच में आकर ठगों के जाल में फंस गया। युवक ने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क किया, जहां उसे विनय अग्रवाल नाम के व्यक्ति ने फोन पर बताया कि वह कंपनी का मालिक और प्रबंधक है। उसने युवक को पेंसिल पैकजिंग का काम देने का वादा किया और इसके एवज में अलग-अलग बैंक खातों में 52,920 रुपये जमा करवाए। ठग ने आश्वासन दिया कि पेंसिल की पैकजिंग करने के बाद जमा कराई गई राशि के साथ-साथ पारिश्रमिक भी वापस कर दिया जाएगा। युवक ने विश्वास कर पैसे जमा कर दिए, लेकिन इसके बावजूद जब उसके पास कोई सामग्री नहीं पहुंची, तो उसे संदेह हुआ और उसने संबंधित फोन नंबर पर संपर्क किया। कुछ दिनों के बाद वह नंबर बंद हो गया, जिससे युवक को ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उसने गोहलपुर पुलिस थाने में अज्ञात आरोपित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने शुक्रवार को मामला पंजीबद्ध किया है और अज्ञात आरोपितों की तलाश की जा रही है।
दोनों मामलों में पुलिस साइबर ठगों की गतिविधियों और उनकी पहचान के लिए जांच कर रही है। इन घटनाओं ने एक बार फिर साइबर अपराध की गंभीरता को उजागर किया है और लोगों को ऑनलाइन लेनदेन और अनजान व्यक्तियों से सावधान रहने की चेतावनी दी है।