मध्य प्रदेश में कोरोना फिर बेकाबू, इंदौर-भोपाल समेत कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाने की तैयारी

कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात पर सीएम शिवराज सिंह चौहान आज शाम करेंगे क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक, महाराष्ट्र से सटे 12 जिले चिंता का विषय

Updated: Feb 26, 2021, 05:45 AM IST

Photo Courtesy: TV9
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इंदौर/भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी एक बार फिर तेज़ी से फैलने लगी है। भोपाल और इंदौर जैसे महानगरों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। राज्य में बेकाबू हो रहे कोरोना को देखते हुए प्रशासन इंदौर और भोपाल समेत 14 जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाने की तैयारी में है। कोरोना को लेकर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में शामिल होंगे।

जानकारी के मुताबिक सीएम ने सभी जिलों से क्राइसिस कमेटी की रिपोर्ट मंगाई है। कमेटी की बैठक में हालात को देखते हुए आगे का निर्णय लिया जाएगा। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि आज होने वाली बैठक के बाद ही भोपाल, इंदौर समेत अन्य जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाने के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा।

महाराष्ट्र से सटे जिले चिंता का विषय

राज्य सरकार के लिए मुख्य चिंता का विषय महाराष्ट्र से सटे जिले हैं। गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र की सीमा से लगे 12 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। इनमें  अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, होशंगाबाद और मंडला शामिल हैं। गृह विभाग ने सभी कलेक्टरों को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक करने का निर्देश दिया है। साथ ही महाराष्ट्र की सीमा से जो लोग प्रदेश में आ रहे हैं, उनका कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से कराने को कहा गया है। 

मध्य प्रदेश में कोरोना से सबसे बुरी तरह से प्रभावित होने वाला जिला इंदौर है। कुछ अरसा पहले तक इंदौर में कोरोना की स्थिति काबू में आ चुकी थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन 100 से अधिक केस सामने आ रहे हैं। राजधानी भोपाल में भी प्रतिदिन 50 से 100 के बीच नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए सरकार ने आनन-फानन में क्राइसिस कमेटी की बैठक बुलाई है।