Kamal Nath: दल छोड़ने और जनता के विश्वास का सौदा करने में अंतर
Jyotiraditya Scindia: शिवराज सिंह ने गद्दार कहने पर किया ज्योतिरादित्य सिंधिया का बचाव, कमल नाथ ने कहा गद्दारी व मूल्यों के संघर्ष में अंतर

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज के सिंधिया को गद्दार न कहने की बात पर पलटवार किया है। कमल नाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दल छोड़ना और जनता के विश्वास का सौदा करने में बहुत अंतर होता है।
शनिवार को शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में बीजेपी के सदस्यता ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस के लोग ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस पार्टी छोड़ने के लिए गद्दार कहते हैं जबकि सिंधिया ने पार्टी प्रदेश की जनता के हित को ध्यान में रख कर पार्टी का परित्याग कर दिया।
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शिवराज ने कहा था कि मोतीलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, बीजू पटनायक, जगजीवन राम जैसे नेताओं का नाम लेकर कहा कि इन नेताओं ने भी कभी कांग्रेस छोड़ थी, तो क्या कांग्रेस इन्हें भी गद्दार मानती है।
शिवराज जी , अपने ईमान का सौदा करना , जनादेश को धोखा देना , पीठ में छुरा घोपना , जनता व लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विश्वास को तोड़ना , वह भी सिर्फ़ सत्ता की चाह के लिये , पद प्राप्ति के लिये , चंद स्वार्थपूर्ति के लिये ,
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 22, 2020
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शिवराज के इस कथन पर कमल नाथ का जवाब आया है। कमल नाथ ने शिवराज के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि 'शिवराज जी, अपने ईमान का सौदा करना, जनादेश को धोखा देना, पीठ में छुरा घोपना, जनता व लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विश्वास को तोड़ना , वह भी सिर्फ़ सत्ता की चाह के लिये, पद प्राप्ति के लिये, चंद स्वार्थपूर्ति के लिये, वो भी उस पार्टी के साथ जिसने मान - सम्मान, पद सब कुछ दिया, बताये क्या कहलाता है? कमल नाथ ने कहा कि दल छोड़ना व जनता के विश्वास का सौदा करने में बहुत अंतर है।
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कमल नाथ ने आगे कहा कि शिवराज सिंह चौहान जिन सम्माननीय नेताओं का नाम ले रहे हैं, उन्होंने कभी अपने मूल्यों, सिद्धांतों व आदर्शों से सौदा नहीं किया। कमल नाथ ने पूछा है कि इनमे से कितनो ने भाजपा में प्रवेश लिया? कमल नाथ ने आगे कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में आज भी कई लोग सिर्फ़ अपने मूल्यों, सिद्धांतो व आदर्शो के लिये जाने जाते है और कईयो का इतिहास ही धोखा, ग़द्दारी से जुड़ा हुआ है।