मध्यप्रदेश में दो चरणों में होंगे नगरीय निकाय चुनाव, 6 जुलाई को पहले व 13 जुलाई को दूसरे चरण में मतदान

पहले चरण में 11 नगर निगम, 36 नगर पालिका और 86 नगर परिषद सहित कुल 133 नगरीय निकायों में चुनाव होंगे, दूसरे चरण में 5 नगर निगम, 40 नगरपालिका और 169 नगर परिषद सहित कुल 214 नगरीय निकायों में चुनाव होंगे, 17 जुलाई को पहले चरण और 18 जुलाई को दूसरे चरण के चुनाव परिणामों की घोषणा होगी।

Updated: Jun 01, 2022, 11:50 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण में 11 नगर निगम, 36 नगर पालिका और 86 नगर परिषद सहित कुल 133 नगरीय निकायों में चुनाव होंगे।

वहीं दूसरे चरण में 5 नगर निगम, 40 नगरपालिका और 169 नगर परिषद सहित कुल 214 नगरीय निकायों में चुनाव होंगे। तीन जिलों अलीराजपुर, मंडला, डिंडोरी ने चुनाव नही होंगे क्योंकि यहां नगरीय निकायों का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है। प्रत्याशी 11 जून से 18 जून नामांकन दाखिल कर सकेंगे  तथा नाम वापसी की अंतिम तारीख 22 जून होगी। 6 जुलाई को पहले चरण का मतदान होगा। 13 जुलाई को दूसरे चरण का मतदान होगा। 17 जुलाई को पहले चरण और 18 जुलाई को दूसरे चरण के परिणामों की घोषणा होगी।

नगरीय निकाय चुनाव में महापौर पद के चुनाव प्रत्यक्ष होंगे इसका मतलब है कि महापौर चुनने का अधिकार जनता को होगा।
इसके साथ ही नगरीय निकाय चुनाव के लिए आचार संहिता लगी। नगरीय निकाय चुनावों में नोटा यानि इनमें से कोई नहीं का विकल्प भी मिलेगा। जमानत राशि के रूप में महापौर पद के लिए 20000 रुपए, नगरपालिका पार्षद के लिए 6000 रुपए और नगरपरिषद के लिए 3000 रुपए की जमानत राशि जमा करनी होगी।

महापौर पद के लिए 10 लाख से अधिक आबादी पर खर्च सीमा अधिकतम 35 लाख रुपए और 10 लाख से कम आबादी पर अधिकतम खर्च सीमा 15 लाख रुपए होगी। सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने नगरीय निकाय चुनावों की घोषणा करते हुए कहा कि चुनाव में चुनौती थी की किस तरह से आचार संहिता को 3 महीने तक लगे रहने से बचा जा सके।