मंत्रालय की लिफ्ट में फंसे मुख्यमंत्री शिवराज, 2 इंजीनियरों का तत्काल निलंबन

शिवराज चौहान के पुराने कार्यकाल में 600 करोड़ की लागत से बने नए एनेक्सी भवन की लिफ़्ट ख़राब हो गई, हालाँकि एनेक्सी की नई बिल्डिंग में अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए 16 लिफ़्ट बनाई गई हैं

Updated: Feb 04, 2021, 11:42 AM IST

Photo Courtesy: Amar Ujala
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भोपाल। मध्यप्रदेश के मंत्रालय के नए एनेक्सी भवन में वीआईपी लिफ्ट खराब होना इंजीनियरों को भारी पड़ गया है। लिफ्ट खराब होने की वजह से अपने कार्यालय की ओर जा रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लिफ्ट में फंस गए। हालांकि, आनन फानन में उन्हें वहां से निकाला गया। बावजूद सीएम को इतना गुस्सा आया कि तत्काल दो इंजीनियर सस्पेंड कर दिए गए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना सोमवार 01 फरवरी की है। बताया जा रहा है कि सीएम शिवराज एनेक्सी के पांचवें तल पर स्थित अपने कक्ष में जा रहे थे, तभी लिफ्ट खराब हो गई, इस कारण काफी देर तक वे उसमें अटके रहे। सीएम शिवराज के लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी मिलते ही एनेक्सी भवन में हड़कंप मच गया वहीं अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। हालांकि, थोड़े ही देर में सीएम को बाहर निकाल लिया गया।

इन दो इंजीनियरों पर गिरी गाज

शिवराज के लिफ्ट में फंसने की कीमत मंत्रालय के दो बड़े इंजीनियरों को अपने सस्पेंशन से चुकाना पड़ा है। जानकारी के अनुसार राजधानी भोपाल परियोजना प्रशासन के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर शैलेंद्र परमार और उपयंत्री विद्युत यांत्रिकी मनोज यादव को निलंबित कर दिया गया है। वैसे यह पहला मौका नहीं है जब एनेक्सी बिल्डिंग की लिफ्ट खराब हुई हो, बीते हफ्ते सीएम के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी इसी लिफ्ट में फंस गए थे।

613 करोड़ की लागत से बना है भवन

राजधानी भोपाल स्थित मंत्रालय के नई एनेक्सी बिल्डिंग का निर्माण करीब 613 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। यह बिल्डिंग 6 लाख वर्ग फीट भूमि में धौलपुर के पत्थरों से कॉरपोरेट ऑफिस के तर्ज पर बना है। पांच मंजिला एनेक्सी बिल्डिंग में तमाम आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। इसमें करीब 16 लिफ्ट लगी हुई हैं। इसमें सीएम समेत कई बड़े अफसरों और मंत्रियों के दफ्तर हैं। बावजूद भवन के मेंटेनेंस को लेकर लगातार सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।