जिला पंचायत जीतने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रही बीजेपी, कांग्रेस सदस्यों के घर बैठा दिए हैं CID: केके मिश्रा

कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि भोपाल में कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्यों के खिलाफ झूठे मुकदमे कायम किए गए हैं, उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है, अगर लोकतंत्र की ऐसे ही हत्या करनी है तो मुख्यमंत्री कलेक्टर से कहकर बिना चुनाव के ही भाजपा के प्रत्याशी को जिता दें

Updated: Jul 28, 2022, 12:22 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सत्ताधारी दल पर सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्यों के खिलाफ झूठे मुकदमे दायर किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के निर्वाचित सदस्यों के घर सीआईडी को बैठाया गया है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

राजधानी भोपाल स्थित कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा, विधायक पीसी शर्मा और आरिफ मसूद ने साझा रूप से मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश में हुए नगर निगम, नगर निकाय, जिला पंचायत सदस्य एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सत्ता और बाहुबल के प्रयोग के बावजूद भाजपा को बुरी तरह धूल चटा दी है। इन हार से बौखला कर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी अब पुलिस, प्रशासन और पैसे के खुले दुरुपयोग पर उतर आई है। सत्ता का नंगा नाच इस कदर हो रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से पहले पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों पर झूठे मुकदमें डाले जा रहे हैं उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। उनके खिलाफ झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं, उनके घर पर सादी वर्दी में पुलिस वाले तैनात किए जा रहे हैं।'

केके मिश्रा ने कहा कि अगर सीएम शिवराज को सत्ता का ऐसा ही दुरुपयोग करना है और संवैधानिक पद पर बैठने के बावजूद लोकतंत्र की हत्या करना है, तो वे कलेक्टर से सीधे कह दें कि भाजपा के प्रत्याशियों को बिना चुनाव के ही जिला पंचायत अध्यक्ष का सर्टिफिकेट जारी कर दें। उन्होंने दावा किया कि भोपाल में जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए 10 सदस्यों की परिषद में कांग्रेस पार्टी के 8 सदस्य जीते हुए हैं। ऐसे में संवैधानिक तरीके से भोपाल में कांग्रेस का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय है। लेकिन सत्ता का दुरुपयोग करते हुए हमारे तीन जिला पंचायत सदस्यों के ऊपर झूठी एफआईआर दर्ज करा दी गई है एवं उनको सर्विलांस किया जा रहा है। भाजपा के दो वरिष्ठ मंत्री प्रदेश में ‘ऑपरेशन-कमल’, जिस का असली नाम होना चाहिए ‘ऑपरेशन-मल’ पर सक्रिय हो गए हैं और कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्यों को पैसे का प्रलोभन दे रहे हैं। प्रलोभन में ना आने पर झूठे मुकदमे और जान से मारने तक की धमकी दी जा रही है।'

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कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भोपाल के निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष मनमोहन नागर के बेटे अश्विन नागर की खदान चालू नहीं है और ना ही उन्हें खदान चलाने की परमिशन मिली है लेकिन उन्हें 13 लाख 20 हजार रूपये का नोटिस दे दिया गया है। इसी तरह उनके दूसरे बेटे अमित नागर को माइनिंग के एक झूठे मामले में 2 लाख रू. का नोटिस भेज दिया गया है। भोपाल से कांग्रेस के नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य विनय मैहर के ऊपर एक दिन अचानक आरोप लगा दिया गया कि उन्होंने अपने घर से कचरा उठाने के लिए आने वाले कर्मचारियों के लिए जाति सूचक शब्द कहे हैं। जबकि विनय मेहर स्वयं भी अनुसूचित जाति से आते हैं। यह देश का पहला मामला है जिसमें अनुसूचित जाति के व्यक्ति पर ही अनुसूचित जाति उत्पीड़न निवारण एक्ट के तहत कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।'

केके मिश्रा ने बताया कि, 'कांग्रेस की जिला पंचायत सदस्य रश्मि भार्गव को हरिओम स्टोन क्रेशर चलाने के झूठे मामले में उनकी जमीन जप्त करने का नोटिस भेज दिया गया है। जबकि सच्चाई यह है कि यह स्टोन क्रेशर रश्मि भार्गव का है ही नहीं। हमने ये मामले मुख्य रूप से भोपाल के बताए हैं। इसी तरह कल रेगांव में कांग्रेस प्रत्याशी को जनपद पंचायत अध्यक्ष का जीत का सर्टिफिकेट कलेक्टर ने दे दिया, जिसे देर रात निरस्त कर दिया, वहां आज दोबारा चुनाव कराया जा रहा है। हमारे पास इस तरह की वीडियो-ऑडियो उपलब्ध हैं, जिसमें कांग्रेस समर्थित सदस्यों को भाजपा के बड़े नेताओं द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है, पैसे का प्रलोभन दिया जा रहा है और सत्ता के दुरुपयोग की सीधी-सीधी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।'

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि, 'इन सब दस्तावेजों की सीडी हमारे पास उपलब्ध है और जरूरत पड़ी तो हम बहुत जल्द उसे आप सबके सामने जारी भी कर देंगे।
हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहते हैं कि इन सभी विपरीत हालातों के बीच भी कांग्रेस ने नगर निगम के चुनाव जीते हैं, नगर पालिका और नगर परिषद में पार्षदों के चुनाव जीते हैं, कांग्रेस नगर पालिका में अपने अध्यक्ष बनाने में सफल रही है, कांग्रेस ने जनपद पंचायत के चुनाव जीते हैं, हम जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव जीत चुके हैं। इसलिए डरने की कोई बात नहीं है प्रशासन का कितना भी दुरुपयोग क्यों ना हो कांग्रेस पार्टी इन चुनावों में भी जनता की भावना के अनुरूप जीत दर्ज करेगी और तानाशाही ताकतों का डटकर मुकाबला करेगी।'