अब कलेक्टर करेंगे पक्षियों की मॉनिटरिंग, दक्षिणी राज्यों से चिकन इंपोर्ट पर लगी रोक

एमपी में कौवों की अचानक मौत पर सरकार की आपात बैठक में दक्षिण के कुछ राज्यों से होने वाले मुर्गे के व्यापार पर 10 दिनों के लिए रोक लगा दी गई है, और सभी कलेक्टरों को अपने ज़िले में पक्षियों की मॉनिटरिंग की ज़िम्मेदारी दी गई है

Updated: Jan 06, 2021, 11:40 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में अचानक हुई कौवों की मौत के बाद राज्य सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई जिसमें तय हुआ है कि सभी ज़िलों के कलेक्टर अपने अपने ज़िलों में खाए जानेवाले पक्षियों की मॉनिटरिंग करेंगे। हालांकि बैठक में मौजूद चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसी भी ज़िले में बर्ड फ्लू के सिम्पटम्स नहीं मिले हैं। 

बैठक में मौजूद अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि एहतियातन केरल सहित दक्षिण के राज्यों से प्रदेश में होने वाले मुर्गे के व्यापार पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी गई है। इस आपात बैठक में मौजूद चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया कि मध्यप्रदेश में पक्षियों की मृत्यु और बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए खाए जाने वाले पक्षियों की मॉनिटरिंग की जाएगी। यह जिम्मेदारी सभी ज़िले के कलेक्टरों की होगी। 

दरअसल इंदौर, मंदसौर और आगर मालवा में कौवों की अचानक मौत ने सबको चौंकाया है। पशुपालन विभाग के मुताबिक इन क्षेत्रों में अब तक 376 कौवों की मौत हुई है। लिहाज़ा प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मध्यप्रदेश के अलावा गुजरात, हिमाचल,राजस्थान, और केरल में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। इन राज्यों में अचानक पक्षियों की मौत हो रही है। 

इस समय देश के कम से कम सात राज्यों में बर्ड फ्लू बीमारी की आशंका है। हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में बड़ी संख्या में कौए, बत्तख, मुर्गियां और बगुले मारे जाने के मामले सामने आए हैं। जिसके बाद इन राज्यों ने बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।

हरियाणा के पंचकुला में करीब 1 लाख मुर्गियों की मौत का मामला सामने आया है। जबकि केरल के कोट्टायम और अलप्पुझा जिलों में बर्ड फ्लू से लोग दहशत में हैं। कोट्टायम के बत्तख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू से करीब 1500 बत्तखों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद यहां 40 हजार पक्षियों को मारने के आदेश दे दिए गए हैं। बर्ड फ्लू प्रभावित इलाकों के एक किलोमीटर के दायरे में बत्तख, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का आदेश जारी किया गया है। H5N8 वायरस से बचाव का एक मात्र यही तरीका है। गुजरात, हिमाचल और पंजाब में भी पक्षियों की अचानक मृत्यु से लोग दहशत में हैं।