गले में भ्रष्टाचार के पन्नों की माला डाल रेंगता कलेक्टर ऑफिस पहुंचा शख्स, कहा- न्याय की भीख मांगता हूं

नीमच में एक ग्रामीण ने जिला कलेक्‍टर आफिस में अनोखे अंदाज में पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। यह शर्टलेस शख्‍स सड़कों पर रेंगकर जनसुनवाई में पहुंचा था, उसके गले से कई शिकायती पत्र बंधे हुए थे।

Updated: Sep 04, 2024, 08:00 PM IST

नीमच। मध्य प्रदेश के नीमच में एक ग्रामीण ने जिला कलेक्‍टर आफिस में अनोखे अंदाज में पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। यह शख्‍स सड़कों पर रेंगकर जनसुनवाई में पहुंचा था, उसके गले से कई शिकायती पत्र और भ्रष्टाचार के कागज बंधे हुए थे।

दरअसल, जिले की सिंगोली तहसील के गांव काकरिया तलाई निवासी मुकेश प्रजापत पिछले सात वर्षों से कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रहा है। इस दौरान जनसुनवाई में दर्जनों बार उसने शिकायत का आवेदन दिया, कलेक्टर बदल गए, लेकिन उनकी शिकायत दूर नहीं हुई।

फिर एक बार मुकेश भ्रष्टाचार को अपने गांव से जड़ से खत्म करने की आस लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचा। वह अनोखे अंदाज में बिना शर्ट के सैकड़ों पुराने शिकायती आवेदनों की माला को पहनकर जमीन पर घसीटते हुए कलेक्टर कार्यालय परिसर में पहुंचा।

कलेक्टर कार्यालय के बाहर गेट पर बैठकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से न्याय की गुहार लगाते हुए अपनी चप्पल सिर पर रखते हुए मीडिया के सामने कहा कि मोहन यादव अब तो मुझे न्याय दे दो... 7 वर्ष हो चुके हैं अब मैं खुद की चप्पल अपने सर पर रखकर न्याय की भीख मांगता हूं।

मुकेश का आरोप है कि उसकी ग्राम पंचायत के सरपंच आदि ने मिलकर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है। शिकायत करने के बावजूद अधिकारी उसे पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। पुख्ता सबूत होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुकेश का कहना है कि उसे न्याय चाहिए।