सतना: बारात लेकर लौट रही बस हाई टेंशन बिजली लाइन से टकराई, 17 लोग घायल, एक की हालत गंभीर

सतना के मैहर से पन्ना जिले के श्यामगिरी से बारात लेकर लौट रही बस उचेहरा के पास सड़क किनारे हाइटेंशन लाइन से टकरा गई जिससे बस में खिड़की से सटकर बैठे 16-17 लोग करंट की चपेट में आकर घायल हो गए

Updated: Jun 05, 2022, 12:25 PM IST

सतना। मध्य प्रदेश के सतना में शादी की खुशियां उस वक़्त मातम में बदल गई जब बारात लेकर लौट रही बारातियों से भरी बस बिजली की 11 केवी हाइटेंशन लाइन से टकरा गई। बस में खिड़की से सटकर बैठे 16 से 17 लोग करंट की चपेट में आकर घायल हो गए। बिजली लाइन से टकराने के कारण बस में रखे सामान में आग पकड़ ली जिसके कारण झुलसने से एक महिला 35 वर्षीय विनीशा बाई गंभीर रूप से घायल हो गई है। 

बताया जा रहा है कि सतना के यह बस मैहर में पन्ना जिले के श्यामगिरी से आए बारात को लेकर वापस लौट रही थी। इसी दौरान उचेहरा के पास सड़क किनारे हाइटेंशन लाइन से बस टकरा गई। घटना सुबह 11 बजे के आस-पास की बताई जा रह है। इस घटना के बाद बस का ड्राइवर मौके से फरार हो गया है। बताया जा रहा है कि बस बिना परमिट के बारात लेकर जा रही थी।

सूचना पाकर मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस बल पहुंचा और घायलों को मैहर के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार आदिवासी परिवार में पन्ना जिले श्यामगिरी से मैहर बारात आई थी जो रविवार सुबह लड़की को विदा कराकर वापस जा रही थी तभी मैहर से 8 किलोमीटर की दूरी पर थाना उचेहरा अंतर्गत रामपुर पाठा के पास बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे झूल रहे 11 केवी हाईटेंशन बिजली लाइन से टकरा गई। जैसे ही बस बिजली लाइन से टकराई तो उसमें बैठे लोगों को करंट का जमकर झटका लगा। एसडीएम उचेहरा एचके धुर्वे के अनुसार सीट में बैठे लोग तो बच गए लेकिन खिड़की के किनारे बैठे लोग करंट की चपेट में आ गए जिसमें 35 वर्षीय महिला विनीशा बाई गंभीर रूप से झुलस गई है।

बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त बस में 45 से 50 के बीच में बराती सवार थे। इस घटना को लेकर स्थानीय बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री और ऊर्जामंत्री को आड़े हाथों लिया। त्रिपाठी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं न हो इसके लिए मुख्यमंत्री और ऊर्जमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए। आज विद्युत विभाग के तारों की स्थिति जर्जर हैं। इन तारों में कसाव न होने के कारण ये काफी झूल चुकी हैं। सड़क पर कोई सुरक्षा के मापदंड नही हैं जिस कारण लोग घटनाओं के शिकार हो रहे हैं। लोगो के घरों के नजदीक लगे ट्रांसफार्मर इस तरह के घटनाओं को निमंत्रण दे रहे है।