एमपी कांग्रेस के तेवर बता रहे, नए साल में और तीखी होगी सत्ता और विपक्ष की टक्कर

नए साल का स्वागत हो या बीते साल की विदाई, मध्य प्रदेश कांग्रेस का अंदाज़ बता रहा है कि आने वाले दिनों में शिवराज सरकार को एक बेहद आक्रामक और जुझारू विपक्ष का सामना करना होगा

Updated: Jan 01, 2021, 07:35 PM IST

Photo Courtesy: Google
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भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने नए साल की शुरुआत बिलकुल आक्रामक सियासी अंदाज़ में की है। गुज़रे साल को विदाई देते समय भी उसके तेवर उतने ही तीखे नज़र आए। पिछले साल के आख़िरी दिन से लेकर नए साल के पहले दिन तक, कांग्रेस ने लगातार शिवराज सरकार और बीजेपी पर तीखे हमले किए हैं। उसका ये रुख़ बता रहा है कि नए साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सामना एक बेहद जुझारू और सतर्क विपक्ष से होने वाला है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने नए साल का स्वागत जिस ट्वीट से किया, उसे आने वाले दिनों की बानगी माना जा सकता है। एमपी कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा, “बेशक साल बदल गया, लेकिन तीन बातें याद रखना होगा- सिंधिया ने ग़द्दारी की, जनादेश की क़ीमत 35 करोड़ थी, शिवराज सत्ता हवस में लोकतंत्र निगल गये। सज़ा अभी बाकी है।”

 

 

इतना ही नहीं, कांग्रेस ने नए साल के पहले ही दिन एक किसान के आत्महत्या करने की ख़बर को लेकर  शिवराज सरकार को घेरने का काम भी किया है। प्रदेश के छतरपुर में एक किसान के आत्महत्या करने की ख़बर को शेयर करते हुए टिप्पणी की है, “ शिव’राज के कलंक से शुरू हुआ नया साल,

—किसान ने ख़ुदकुशी की, शव बेचकर बिजली बिल भरने का नोट लिखा। शिवराज जी,

भगवान से डरो ! ग़द्दार तो सिर्फ़ विधायक बेचता है, पुण्य कमाने के लिये खुद के कर्मों को ही सुधारना पड़ेगा। “शवराज चरम पर है”

दरअसल कांग्रेस ने ये टिप्पणी छतरपुर के जिस किसान की ख़ुदकुशी की ख़बर को शेयर करते हुए की है, उसमें बताया गया है कि किसान ने ख़ुदकुशी के लिए बिजली विभाग के अफ़सरों की प्रताड़ना को ज़िम्मेदार ठहराया है। इतना ही नहीं, ख़बर के मुताबिक़ किसान ने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि अफ़सरों से कहना मेरा शव बेचकर बकाया वसूल लें। इस दर्दनाक ख़बर को पढ़कर किसी का भी दिल दहल सकता है। ऐसे में कांग्रेस ने इस मसले पर सरकार को घेरने की कोशिश करके विपक्ष के तौर पर अपनी लोकतांत्रिक ज़िम्मेदारी निभाने की तैयारी दिखाई है।

शिवराज सरकार और बीजेपी पर इन हमलों के साथ ही कांग्रेस ने नए साल में सत्ता में वापसी का संकल्प भी ज़ाहिर किया है। पार्टी ने नए साल पर अपना इरादा ज़ाहिर करते हुए लिखा है, “नववर्ष का संकल्प - कांग्रेस लायें, भारत बचायें..!”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने भी पिछले साल पर टिप्पणी करते हुए राज्य में कांग्रेस सरकार का तख्ता पलट किए जाने की घटना याद दिलाई है। उन्होंने लिखा है,  “मध्य प्रदेश के लिए 2020 आपदाओं से भरा रहा, मगर भाजपा ने गद्दारों के साथ मिलकर लोकतंत्र की हत्या की।”

 

 

मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से की गई टिप्पणी का अंदाज़ भी बिलकुल ऐसा ही है। जिसमें कांग्रेस ने कहा है,  “दुनिया के लिये मनहूस 2020, शिवराज और सिंधिया का स्वर्णिम वर्ष रहा..! जनता का दुख ही इनका सुख है।”

कांग्रेस की तरफ़ से की गई इस टिप्पणी में दलबदलुओं और उनके साथियों के लिए चेतावनी का भाव नज़र आता है, “ग़द्दारों सुनो ! सज़ा अभी बाकी है,

35 करोड़ का मज़ा अभी बाकी है,

पैसा उड़ाकर जनादेश लूटने वालों,

मध्यप्रदेश की रजा अभी बाकी है।”

ज़ाहिर है कि गुज़रे साल के दौरान मध्य प्रदेश में जिस तरह दल-बदल का खुला खेल करके जनादेश की धज्जियाँ उड़ाई गईं, उसे कांग्रेस अब तक भूली नहीं है और इस मसले पर बीते साल में शुरू हुआ सियासी संघर्ष अग़ले साल में भी जारी रहेगा।