वोटर लिस्ट अपडेट का मौका, 28 नवंबर तक जुड़वा सकते है नाम
मध्य प्रदेश में मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण का कार्य 28 नवंबर तक चलेगा, जिसमें नए मतदाताओं के नाम जोड़े जाने, स्थानांतरण वाले मतदाताओं के नाम अपडेट करने, मृतकों के नाम हटाने और अन्य सुधार किए जाने हैं।
मध्य प्रदेश में मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण का कार्य 28 नवंबर तक चलेगा, जिसमें नए मतदाताओं के नाम जोड़े जाने, स्थानांतरण वाले मतदाताओं के नाम अपडेट करने, मृतकों के नाम हटाने और अन्य सुधार किए जाने हैं। इस प्रक्रिया में महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों की भूमिका अहम मानी जा रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इसके तहत प्रत्येक जिले को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्र के महाविद्यालयों में कैम्पस एंबेसडर और नोडल अधिकारी नियुक्त कर इसकी जानकारी भेजें। इसके लिए 10 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को निर्देश जारी किए गए थे।
निर्देश में कहा गया है कि नोडल अधिकारी और कैम्पस एंबेसडर का नाम, पदनाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी की जानकारी अनिवार्य रूप से दी जाए। उच्च शिक्षा विभाग ने भी इस दिशा में कदम उठाते हुए विश्वविद्यालयों के कुल सचिव और महाविद्यालय के प्राचार्यों को पत्र लिखकर इन नियुक्तियों को सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इसके बावजूद कई जिलों से अब तक यह जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, जिनमें श्योपुर, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर, छतरपुर, दमोह, रीवा, सिंगरौली, अनूपपुर, जबलपुर और डिंडोरी प्रमुख हैं। इसके अलावा बालाघाट, नरसिंहपुर, रायसेन, भोपाल, राजगढ़, आगर मालवा, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, उज्जैन, रतलाम और निवाड़ी के कलेक्टरों को भी इस संबंध में निर्देशित किया गया है।
कैम्पस एंबेसडर और नोडल अधिकारी का मुख्य कार्य महाविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्रों को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित करना है। खासतौर पर 17 से 18 वर्ष की उम्र के युवाओं को यह जिम्मेदारी दी जाती है कि वे अपने साथियों को मतदाता बनने की प्रक्रिया में शामिल करें। इस आयु वर्ग के अधिकांश छात्र पहली बार वोटर बनते हैं और जागरूकता के अभाव में कई बार उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं जुड़ पाता।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने जिलों को निर्देश दिया है कि वे इस कार्य में तेजी लाएं और प्रक्रिया पूरी होने के बाद पूरी जानकारी समय पर भेजें। 29 अक्टूबर से मतदाता सूची में नाम जोड़ने और अन्य सुधारों का कार्य शुरू हो चुका है। इसे सफल बनाने के लिए महाविद्यालय स्तर पर सक्रिय भागीदारी जरूरी है। नोडल अधिकारी और कैम्पस एंबेसडर के चयन के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि नवमतदाता बिना किसी बाधा के अपना नाम जोड़ सकें।