सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने की सजा, थाने तक मारते हुए ले गई पुलिस

मध्य प्रदेश के कटनी में सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। पुलिसकर्मी उसे मारते हुए थाने तक ले गए। मामला सामने आने के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

Updated: May 21, 2023, 09:07 AM IST

कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। पीड़ित ने हेल्पलाइन पर शिकायत की इसलिए पुलिसकर्मियों ने उसे बेरहमी से पीटा। मामला सामने आने के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत धुरी ग्राम निवासी 38 वर्षीय भरत पटेल का गांव के ही पूर्व सरपंच गोविंद सोनी से विवाद है। भरत पटेल ने बताया कि पूर्व सरपंच और उसके परिजन मेरे साथ अक्सर मारपीट करते हैं। जमीन नहीं होने के बावजूद भी मेरी पत्नी के नाम चालीस हजार रुपये का बीज लेने का रिकवरी नोटिस सहकारिता समिति द्वारा जारी करवा दिया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत होने के बावजूद भी राशि जारी नहीं हो रही है। पुलिस ने शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की तब मैंने सीएम हेल्पलाइन पर आधा दर्जन से अधिक शिकायतें कर दी थी।

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भरत के मुताबिक डायल 100 से 12 मई को दो पुलिसकर्मी उसके घर आए और शिकायत के निराकरण के लिए मोबाइल फोन मांगने लगे। उन्होंने मोबाइल फोन बेटी के पास होना बताया तो उसके साथ पुलिसकर्मी मारपीट करने लगे और डायल 100 वाहन में जबरन बैठाकर ले जाने लगे। इसी दौरान उनकी पत्नी और 13 वर्षीय बेटी गाड़ी के सामने लेट गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें केस दर्ज करने की धमकी देते हुए जबरदस्ती हटाया।

भरत के मुताबिक पुलिसकर्मी रास्ते भर मारते हुए उसे स्लीमनाबाद थाने ले गए। थाने में भी उसे जबरदस्ती मेज पर उल्टा खड़ा किया और डंडे-जूतों से मारपीट की। परिजनों के थाने आने पर उससे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए और फिर उसे छोड़ दिया।पुलिसकर्मियों के युवक को मारने तथा उसे बचाने के लिए मां-बेटी के डायल 100 के सामने आने का वीडियो सामने आने के बाद कटनी एसपी अभिजीत रंजन ने जांच के निर्देश दिए थे। 

कटनी एसपी ने जांच की जिम्मेदारी एसडीओपी स्लीमनाबाद मोनिका तिवारी को सौंपी थी। एसडीओपी मोनिका तिवारी ने बताया कि जांच में कार्यवाहक उपनिरीक्षक राजेश पटेल तथा सहायक उप निरिक्षक बाल कृष्ण मारपीट के दोषी पाए गए। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।