ओरछा: उमा भारती ने शराब की दुकान पर पत्थर की जगह फेंका गोबर, बोली कितनी शर्मनाक बात है, हमारी ही सरकार हैं!

इससे पहले उमा भारती ने भोपाल के आशिमा मॉल के सामने चौपाल लगाकर शराब के अहाते का विरोध किया था, तब उमा ने कहा था कि अब पत्थर नहीं, कुछ ओर मारूंगी, उमा ने तब सुंदरकांड की चौपाई 'विनय ना मानत जलध जड़ गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीति' का उल्लेख भी किया था।

Updated: Jun 14, 2022, 05:44 PM IST

दतिया। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व मार्गदर्शक मंडल की सदस्य उमा भारती ने शराब के विरोध का नया तरीका अपनाया है। अब उमा ने पत्थर की जगह शराब की दुकान पर गोबर फेंका है।

उमा ने कहा कि ओरछा में रामराजा का दरवाजा और शराब की दुकान, ये कितनी शर्मनाक बात है। हमारी ही सरकार हैं, हमारी ही पार्टी है। गोबर फेंका है, पत्थर नही फेंका, ध्यान रखना। हालांकि उमा ने शराबबंदी को राजनीतिक नहीं सामाजिक अभियान बताया है। 

उमा भारती ने ट्वीट किया कि मुझे जानकारी हुई कि झांसी से ओरछा की तरफ आते हुए ओरछा के प्रमुख द्वार पर ही देशी एवं विदेशी शराब की बहुत बड़ी दुकान है, तो मैंने इस संबंध में निर्णय लेने का अधिकार रखने वाले सभी लोगों को तुरंत ही सूचना दे दी थी कि यह अनैतिक है एवं अधर्म है।

इसके साथ ही सुश्री भारती ने लिखा कि शराबबंदी राजनीतिक नहीं सामाजिक अभियान है। समाज की शक्ति और एकता से ही इसका समाधान होगा, किंतु ओरछा के दरवाजे पर रामराजा सरकार के दर्शन के लिए आते और जाते हुए यह शराब की दुकान हमारी रामभक्ति को चुनौती दे रही है।

इससे पहले उमा भारती ने भोपाल के आशिमा मॉल के सामने चौपाल लगाकर शराब के अहाते का विरोध किया था। तब उमा ने कहा था कि अब पत्थर नहीं, कुछ ओर मारूंगी। उमा ने तब सुंदरकांड की चौपाई 'विनय ना मानत जलध जड़ गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीति' का उल्लेख भी किया था।

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उमा भारती ने तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए ट्वीट भी किया था कि वे मध्य प्रदेश को पंजाब की तरह उड़ता मध्य प्रदेश नहीं बनने देंगी और राज्य सरकार की शराब नीति को भूल बताया था।इससे पहले उमा भारती ने भेल, गोविंदपुरा में शराब की दुकान पर पत्थर मारकर अपना विरोध जताया था।