गांव तक पहुंचने के लिए पैदल नापना पड़ा केंद्रीय मंत्री कुलस्ते को रास्ता, हेमा मालिनी के गाल से की थी सड़क की तुलना

केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते डिंडोरी जिले के दुनिया बघाड़ गांव पहुंचे, गांव तक जाने वाली सड़क इतनी खराब थी कि मंत्री जी को वहां तक पहुंचने के लिए पैदल ही सड़क नापना पड़ा

Updated: Mar 09, 2022, 04:40 AM IST

Photo Courtesy: NDTV
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भोपाल। कुछ ही दिन पहले सड़क की तुलना हेमा मालिनी के गालों से करने वाले केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को एक गांव तक पहुंचने के लिए पैदल ही रास्ता नापना पड़ा। फग्गन सिंह कुलस्ते डिंडोरी जिले के दुनिया बघाड़ गांव पहुंचे थे। इस गांव को उन्होंने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया हुआ है। लेकिन गोद लिए गांव तक जाने वाली सड़क इतनी खराब थी कि वहां मंत्री की गाड़ी भी नहीं जा पाई। 

गांव तक जाने वाली सड़क की खराब हालत देख केंद्रीय मंत्री कुलस्ते को पद यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ा। गांव से पांच किलोमीटर पहले ही उन्हें अपना काफिला रोकना पड़ा। हालांकि एक किलोमीटर तक पैदल चलने के बाद वे दोबारा गाड़ी में बैठे और आगे का सफर वाहन से ही तय किया।  

गांव पहुंचने के बाद कुलस्ते ने नल जल योजना और सड़क निर्माण योजना का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। 

हाल ही में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें वे एक अधिकारी से यह बोलते हुए नज़र आए थे कि हेमा मालिनी के गाल जैसी सड़क तो बन गई है लेकिन गांव वालों को पानी नहीं मिल रहा है। फग्गन सिंह कुलस्ते अपने इस बयान के बाद विवादों में घिर गए थे।