मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने की ग्रामीण की हत्या, पर्चे पर लिखा, मुखबिरी करने वाले का यही हश्र होग

बालाघाट के बम्हनी गांव का मामला, मृतक को नक्सलियों ने घर से अगवा किया, फिर गांव से बाहर ले जाकर उसे गोली मार दी, पुलिस ने मृतक के मुखबिर होने की बात को खारिज किया है

Updated: Jun 30, 2021, 11:23 AM IST

बालाघाट। बालाघाट ज़िले में नक्सलियों ने एक ग्रामिण की हत्या कर दी। ग्रामीण की हत्या उसके पुलिस का मुखबिर होने के शक में की गई है। नक्सलियों ने मृतक के शव के पास पर्चे भी छोड़े थे, जिससे इस बात की पुष्टि हो रही है कि मृतक की हत्या उसके मुखबिर होने के शक में की गई है।  

यह मामला बालाघाट ज़िले के बम्हनी गांव का है। मंगलवार बुधवार की दरमियानी रात को नक्सलियों ने भागचंद अडमे को घर से अगवा कर लिया। जिस समय नक्सली उसके घर में दाखिल हुए, उस समय भागचंद अडमे अपने घर में खाना खा रहा था। नक्सलि उसके मुंह पर पट्टा बांध कर उसे अपने साथ गांव के बाहर ले गए। जहां नक्सलियों ने उसे गोली मार दी। 

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नक्सलियों को मृतक पर शक था कि वह पुलिस का मुखबिर है। नक्सलियों ने मृतक के शव के पास जो पर्चे छोड़े हैं उन्हें देखकर यही प्रतीत हो रहा है कि नक्सलि मृतक के पुलिस का मुखबिर होने का पूरा शक था। पर्चों पर लिखा हुआ था कि जो भी मुखबिरी करेगा उसका यही हाल होगा।  

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हालांकि पुलिस इस बात से इंकार कर रही है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी का कहना है कि मृतक तेंदूपत्ता कार्य में फड़ मुंशी था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भागचंद की हत्या टाडा दलम के नक्सलियों ने की है, जिनकी तलाश इस समय जारी है।