महासंपर्क अभियान के दौरान BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का विरोध, कांग्रेस ने बताया विदाई वेला का रुदन

जनसंपर्क का महाभियान चलाकर जनता को जोड़ने की कोशिश में जुटी बीजेपी, पार्टी कार्यकर्ता ही कर रहे हैं बड़े नेताओं का विरोध, कांग्रेस ने बताया हारी हुई फौज

Updated: Jun 05, 2023, 05:00 PM IST

अगर मालवा। विधानसभा चुनाव से पूर्व एंटीइनकंबेंसी झेल रही भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में जनसंपर्क का महाभियान चलाकर जनता को जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है। हालांकि, यह अभियान भी पार्टी के बीच गुटबाजी के कारण फ्लॉप साबित हो रहा है। ताजा मामला आगर मालवा का है। जहां भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और क्षेत्रीय सांसद एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे, इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने ही उनका विरोध शुरू कर दिया।

दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे और सांसद रोडमल नागर आगर मालवा जिले के नलखेड़ा में भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता आकर विरोध करने लगे। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी में उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं में आक्रोश है।

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विनय सहस्त्रबुद्धे और रोडमल नागर के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की बहसबाजी का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बावजूद इस पूरे मामले में अब तक किसी भी भाजपा नेता की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। जानकारी के अनुसार नाराजगी जाहिर करने वाले नेताओं में जिले की बीजेपी समर्थित नगर परिषदों के अध्यक्ष प्रतिनिधि भी शामिल थे। नाराजगी वाले गुट में कुछ ऐसे नेता भी शामिल थे जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं।

बहरहाल, वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने सत्ताधारी दल पर चुटकी ली है। पीसीसी चीफ कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने कहा कि यह विदाई वेला की रुदन है। बबेले ने ट्वीट किया, "बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय सहस्रबुद्धे नलखेड़ा में कार्यकर्ताओं से मिलने आये थे लेकिन कार्यकर्ताओं ने इस दौरान जमकर हंगामा किया। हारी हुई फ़ौज के सेनापति की जो दुर्गति होती है, वही भाजपा के शीर्ष नेताओं की हो रही है। यह विदाई वेला का रुदन है।"

एक ओर जहां भाजपा जनता को मनाने में जुटी हुई है और सत्ता वापसी की सपने संजो रही है, तो वहीं दूसरी ओर पार्टी के कार्यकर्ता ही पार्टी से नाखुश नजर आ रहे हैं। पार्टी में उपेक्षा से नाराज कार्यकर्ता सीनियर के सामने अपना गुस्सा जाहिर करने लगे हैं। इतना ही नहीं पार्टी के कई सीनियर नेताओं और पूर्व विधायकों ने भी हाल के दिनों में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बयान जारी किए हैं। उधर पार्टी के सीनियर नेताओं में गुटबाजी भी चरम पर है। इन चुनौतियों के बीच बीजेपी के लिए सरकार बचा पाना बेहद मुश्किल हो गया है।