उच्च शिक्षा में एडमिशन के इच्छुक छात्र हों सावधान, यूपी की 8 समेत कुल 24 यूनिवर्सिटीज़ हैं फर्ज़ी

UGC ने देशभर में 24 विश्वविद्यालयों को फर्जी बताया है, 8 फर्जी विश्वविद्यालयों के साथ यूपी फर्जीवाड़े में टॉप पर है, राजधानी दिल्ली में भी सात फर्जी यूनिवर्सिटी चल रही हैं

Updated: Aug 03, 2021, 05:21 AM IST

Photo Courtesy: Jansatta
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नई दिल्ली। माफियाओं ने अब देश के एजुकेशन सेक्टर पर भी कब्जा कर लिया है। देशभर में एक दो नहीं कुल 24 यूनिवर्सिटी फर्जी पाए गए हैं। यदि आप भी किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने देशभर में दो दर्जन विश्वविद्यालयों को फर्जी घोषित किया है। इस बात की जानकारी खुद केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने संसद में दी है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया है कि छात्रों, अभिभावकों, आम जनता और मीडिया के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के आधार पर यूजीसी ने देश में ऐसे 24 स्वघोषित उच्च शिक्षा संस्थानों को फर्जी विश्वविद्यालय घोषित किया है। इसके अलावा दो अन्य संस्थान नियमों के उल्लंघन करते पाए गए हैं, जिनकी जांच चल रही है। जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद उन्हें भी फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची में डाले जाने की संभावना है।

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फर्जीवाड़े के मामले में उत्तरप्रदेश टॉप पर है। अकेले यूपी में 8 फर्जी यूनिवर्सिटी हैं। इनमें वरणासेया संस्कृत विश्वविद्याल-वाराणसी, महिला ग्राम विद्यापीठ- इलाहाबाद, गांधी हिंदी विद्यापीठ- इलाहाबाद, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्पलेक्स होमयोपेथी- कानपुर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी- अलीगढ़, उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय- मथुरा, महाराण प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय- प्रतापगढ़ और इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद- नोएडा शामिल हैं। यदि आप इनमें से किसी संस्था में एडमिशन लेने की सोच रहे हैं तो तत्काल किसी दूसरे विकल्प पर विचार करें।

उत्तरप्रदेश के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा सात फर्जी विश्वविद्यालय हैं। इनमें कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी, वोकेशनल यूनिवर्सिटी, एडीआर सेंट्रीय ज्यूरिडिशल यूनिवर्सिटी, इंडियन इंस्टीट्यूशन ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग, विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ एंप्लॉयमेंट और अध्यात्मिक विश्वविद्यालय शामिल हैं। इन विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने से भी बचने की जरूरत है।

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इसके अलावा ओडिशा और पश्चिम बंगाल में दो-दो ऐसे विश्वविद्यालय हैं। इनमें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता और इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च, कोलकाता के साथ-साथ नवभारत शिक्षा परिषद, राउरकेला और नॉर्थ उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी शामिल है। कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और महाराष्ट्र में भी एक-एक फर्जी विश्वविद्यालय हैं। इनके नाम इस प्रकार हैं- श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (पुडुचेरी), क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी (आंध्र प्रदेश), राजा अरबी विश्वविद्यालय (नागपुर), सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी (केरल) और बड़गंवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी (कर्नाटक)।

शिक्षा मंत्री ने बताया कि यूजीसी हिंदी व अंग्रेजी अखबारों के माध्यम से ऐसे संस्थाओं का नाम सार्वजनिक करता है। साथ ही राज्यों को ऐसे संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखता है। धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि अवैध डिग्री देने वाले अनधिकृत संस्थानों को कारण बताओ और चेतावनी नोटिस भी जारी किए जाते हैं। हालांकि, सवाल ये उठता है कि इन संस्थाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? बहरहाल, आप यदि किसी यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाएं।